CPI Inflation: विशेषज्ञों के अनुसार हालांकि केंद्रीय बैंक की अप्रैल की बैठक में मौद्रिक नीति में बदलाव की संभावना नहीं है क्योंकि घरेलू अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत के लक्ष्य से ऊपर बनी हुई है।
खुदरा महंगाई दर जनवरी 2024 में कम होकर 5.09 पर पहुंच गई है। यह पिछले चार महीने में सबसे न्यूनतम स्तर है। जनवरी में मंहगाई दर 5.1 प्रतिशत थी। दिसंबर महीने में खुदरा महंगाई दर 5.69% था। खुदरा महंगाई आधारित उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) दिसंबर 2023 में 5.69% पर था। जनवरी 2023 में यह आंकड़ा 6.52% पर था। अगस्त 2023 में खुदरा महंगाई दर 6.83% के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति जनवरी में 5.1 प्रतिशत और फरवरी 2023 में 6.44 प्रतिशत थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने यह आंकड़े जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि फरवरी में खुदरा मुद्रास्फीति 8.66 प्रतिशत थी, जो पिछले महीने के 8.3 प्रतिशत से मामूली अधिक थी। पिछले महीने, केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष (2023-24) के लिए सीपीआई मुद्रास्फीति 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था और जनवरी-मार्च तिमाही में 5 प्रतिशत दर्ज किया गया था।
विशेषज्ञों के अनुसार हालांकि केंद्रीय बैंक की अप्रैल की बैठक में मौद्रिक नीति में बदलाव की संभावना नहीं है क्योंकि घरेलू अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और मुद्रास्फीति 4 प्रतिशत के लक्ष्य से ऊपर बनी हुई है।
औद्योगिक उत्पादन में 3.8 प्रतिशत बढ़ोतरी
इस बीच, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने औद्योगिक उत्पादन को लेकर भी नए आंकड़े जारी किए हैं। इसमें बताया गया है कि जनवरी 2024 में भारत का औद्योगिक उत्पादन 3.8 प्रतिशत बढ़ गया है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2024 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 3.2 प्रतिशत बढ़ा। यह जनवरी 2023 में 4.5 प्रतिशत था। इसमें बताया गया है कि इस साल जनवरी में खनन उत्पादन 5.9 प्रतिशत बढ़ा और बिजली उत्पादन 5.6 प्रतिशत बढ़ गया है।
एनएसओ द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल 2023 से जनवरी 2024 के दौरान औद्योगिक उत्पादन सूचकांकमें 5.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।