• June 26, 2024 8:34 pm

बोले- जीत माही ने दिलाई तो सचिन पाजी और गंभीर क्या कर रहे थे, बाकी खिलाड़ी क्या लस्सी पीने गए थे

12 अप्रैल 2022 | टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी हरभजन सिंह ने 2011 वर्ल्ड कप को लेकर बड़ा बयान दिया है। IPL 2022 के दौरान स्टार स्पोर्टस पर जारी एक शो में उन्होंने कहा कि जब ऑस्ट्रेलिया विश्व विजेता बनती है तो उस वक्त हर कोई कहता है कि ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम ने वर्ल्ड कप जीता है। वहीं, जब भारत विश्व कप जीता था तो लोगों ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी ने विश्व कप जिताया है तो क्या बाकी 10 खिलाड़ी वहां लस्सी पीने गए थे?

2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में नुवान कुलसेकरा की गेंद पर धोनी के द्वारा लगाया गया छक्का आज भी हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी के जहन में है।

2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में नुवान कुलसेकरा की गेंद पर धोनी के द्वारा लगाया गया छक्का आज भी हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी के जहन में है।

टीम अच्छा खेलेगी तभी आपको जीत मिलेगी
भज्जी यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि 2011 के वर्ल्ड कप में अन्य 10 खिलाड़ियों ने क्या किया? गौतम गंभीर ने क्या किया? युवराज सिंह ने क्या किया? सचिन पाजी ने क्या किया? यह एक टीम गेम है। जब 7-8 खिलाड़ी बेहतर करेंगे तभी आपकी टीम आगे बढ़ेगी। आप किसी एक खिलाड़ी को क्रेडिट दे देते हैं। ये बहुत गलत बात है।

हरभजन चेन्नई सुपर किंग्स और RCB के बीच मंगलवार को खेले गए मुकाबले में कॉमेंट्री कर रहे थे। उनके साथ इरफान पठान, मोहम्मद कैफ भी शो का हिस्सा थे।

पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में महेंद्र सिंह धोनी के विजयी छक्के को ज्यादा तवज्जो देने से नाराज हो चुके हैं। 2020 में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए गंभीर ने कहा था कि बस आपको याद दिला दूं कि 2011 का विश्व कप पूरे भारत ने जीता था। पूरी टीम इंडिया और सपोर्ट स्टाफ ने जीता था। सही समय है कि आप भी अपने जुनून को हवा में छक्के की तरह उड़ा दें। गंभीर ने धोनी द्वारा लगाया गए फाइनल मैच में छक्के की तस्वीर शेयर करते हुए ये बात लिखी थी।

फाइनल मुकाबले की पूरी कहानी
बता दें कि 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया था। महेला जयवर्धने के शतक की बदौलत श्रीलंका टीम ने 6 विकेट के नुकसान पर 274 रन बनाए थे। लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही। 31 रन के भीतर ही सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग आउट हो गए। इसके बाद गौतम गंभीर बल्लेबाजी के लिए आए और धोनी के साथ भारतीय पारी को संभाला।

दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी हुई। हालांकि, गंभीर तीन रन से शतक चूक गए। उनके आउट होने के बाद आए युवराज सिंह और धोनी ने टीम इंडिया को 28 साल बाद वर्ल्ड चैम्पियन बना दिया। धोनी 79 गेंद पर 91 और युवराज 24 गेंद पर 21 रन बनाकर नाबाद रहे। धोनी ने छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई थी।

Source;- ‘’दैनिक भास्कर’’

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