• June 26, 2024 8:59 am

शेयर बाजार में तूफानी तेजी, 1000 अंक उछला सेंसेक्स, जानें क्यों आई इतनी बड़ी तेजी

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा अनुसंधान के उप प्रमुख देवर्ष वकील ने कहा कि विश्लेषकों की उम्मीदों को पार करते हुए, भारत की जीडीपी ने तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में वार्षिक आधार पर 8.4 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की है।

शेयर बाजार में एक बार फिर तूफानी तेजी लौटी आई है। बीएसई सेंसेक्स 1,002.64 अंक उछलकर 73,502.94 पर पहुंच गया है। वहीं, एनएसई निफ्टी 304.00 अंक चढ़कर 22,286.80 अंक पर कारोबार कर रहा है। आखिर, बाजार में ऐसा क्या हुआ कि इतनी बड़ी तेजी देखने को मिल रही है। आपको बता दें कि तीसरी तिमाही में उम्मीद से बेहतर जीडीपी वृद्धि दर से बाजार को बड़ी खुराक मिली है। विकास दर प्रभावशाली 8.4 फीसदी रही है जिससे बाजार में जबरदस्त उछाल आया है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने ये बात कही है।

जीडीपी के मजबूत आंकड़े ने बाजार को खुश किया 

हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि ग्रॉस वैल्यू एडेडे (जीवीए) 6.5 प्रतिशत पर आ गया है। उन्होंने कहा, जीडीपी वृद्धि और जीवीए के बीच अंतर शुद्ध अप्रत्यक्ष करों में 32 प्रतिशत की वृद्धि के कारण है। जीडीपी के आंकड़ों से महत्वपूर्ण विनिर्माण में 11.6 प्रतिशत की वृद्धि, निर्माण में 9.5 प्रतिशत की वृद्धि और पूंजी निर्माण में 10.6 प्रतिशत की वृद्धि है। प्रभावशाली जीडीपी आंकड़े बाजार को बुनियादी समर्थन प्रदान करते हैं। आरआईएल, भारती एयरटेल, एलएंडटी और आईसीआईसीआई बैंक जैसे लार्ज कैप में रैली का नेतृत्व करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि निजी खपत के कमजोर आंकड़े एचयूएल जैसे उपभोक्ता शेयरों पर असर डालेंगे।

लार्ज-कैप का बेहतर प्रदर्शन होगा

उन्होंने कहा कि आगे चलकर बाजार का रुझान व्यापक बाजार की तुलना में लार्ज-कैप का बेहतर प्रदर्शन होगा। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा अनुसंधान के उप प्रमुख देवर्ष वकील ने कहा कि विश्लेषकों की उम्मीदों को पार करते हुए, भारत की जीडीपी ने तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में वार्षिक आधार पर 8.4 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों से पता चलता है कि पिछली तिमाही में यह 8.1 प्रतिशत थी। पहली और दूसरी तिमाही के लिए संख्या को भी संशोधित कर क्रमशः 8.2 प्रतिशत (7.8 प्रतिशत के विरुद्ध) और 8.1 प्रतिशत (7.6 प्रतिशत के विरुद्ध) कर दिया गया है।

सोर्स :-” इंडिया TV “

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