• June 16, 2024 11:05 am

बिहार में जाति जनगणना शुरू होने पर तेजस्वी बोले- यह एक ऐतिहासिक फैसला, विकास कार्य में आएगी गति

07  जनवरी 2023 |  बिहार में आज से जाति आधारित गणना (Caste Based Census) शुरू हो गई है। यह गणना दो चरणों में होने जा रही है। राज्य में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार पहले चरण में मकान की गिनती करेगी। इसके बाद अगले चरण में जाति, पेशा और अन्य तरह की जानकारी इकट्ठा की जाएगी। इसको लेकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव (Tejashwi Prasad Yadav) ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक फैसला है।

“जातीय जनगणना नहीं करवाना चाहती भाजपा”
तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी शुरू से ही मांग रही है कि बिहार के साथ देश में भी जातीय जनगणना (Caste Census) हो इसके लिए हम लोग सड़क पर उतरे थे और मनमोहन जी की सरकार ने जाति जनगणना सर्वे भी कराया था लेकिन भाजपा (BJP) ने इसके डेटा को भ्रष्ट बता दिया था। यहां तक बिहार से सर्वदलीय कमेटी के सदस्यों ने भी प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी। लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार जातीय जनगणना नहीं करवाना चाहती। जब हम लोग गए तभी भी बीजेपी ने बहुत नाटक किया था। आज इसकी शुरुआत हो रही है इससे सही डेटा (Data) आएगा तो हम उसी हिसाब से बजट (Budget) का स्वरूप तैयार करेंगे और कल्याणकारी योजना बनेगी।

“जातीय जनगणना से विकास कार्य में गति आएगी”

डिप्टी सीएम (Deput CM) ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार में अपने खर्च पर जातीय जनगणना करवा रहे हैं। आज से इसकी शुरुआत हो रही है जिसका नाम रखा गया है कास्ट वेस्ट सर्वे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी बातें को रखा है जब जातीय जनगणना कंप्लीट हो जाएगी, उसके अनुसार राज्य का बजट बनेगा और विकास के काम में गति आएगी।

 21 जनवरी तक चलेगी पहले चरण की गणना
बता दें कि पहले चरण की गणना 7 जनवरी से 21 जनवरी तक चलेगी और दूसरे चरण की गणना 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक चलेगी। इस जाति आधारित गणना के लिए 500 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। इसके लिए सरकार द्वारा कर्मचारियों की ट्रेनिंग कराई गई है।

सोर्स :-” पंजाब केसरी”                  

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