• June 3, 2024 5:43 am

निगम बजट 15 मार्च के आसपास पेश होगा:निगम बजट सिर्फ 1375 करोड़ का, कोई नया काम नहीं, कोविड से पहले के साल का आधा

26-फरवरी-2022 |नगर निगम का 2022-23 का बजट अगले महीने 15 मार्च के आसपास पेश किया जा सकता है। कोरोना संक्रमण की दर कम होने के कारण उम्मीद है कि बजट पर चर्चा के लिए सामान्य सभा बुलाई जाएगी। वैसे पिछले दो सालों से बजट पर चर्चा ही नहीं हो पाई है। इस बार सभा तो होगी, लेकिन चर्चा करने के लिए ज्यादा मुद्दे ही नहीं होंगे, क्योंकि निगम का बजट लगभग आधा हो गया है।

इस बार करीब 1375 करोड़ रुपए का बजट पेश किया जाएगा। इतने कम बजट में नई योजनाओं को शामिल करने की संभावना कम है। फिलहाल जो जानकारियां सामने आ रही हैं, उनके मुताबिक पुरानी योजनाओं और कुछ स्वीकृत कामों को पूरा करना ही अगले वित्त वर्ष की प्राथमिकता रहेगी।

कोरोना की वजह से पिछले दो साल से नगर निगम कोई नई योजना नहीं ला पाया है। शासन से फंड भी नहीं मिल रहा है। स्थिति यह है कि इस साल निगम के पास अपने कमर्चारियों को सैलेरी बांटने के लिए भी पैसे नहीं है। दरअसल, निगम को शासन से जितने पैसे मिलने थे वह नहीं मिल पाया है। किसी नई योजना के लिए फंड ही स्वीकृत नहीं हो पा रहा है। इसलिए नगर निगम इस साल बजट में कोई खास प्रावधान करने के मूड में नहीं है। फिर भी जनप्रतिनिधियों से बजट को लेकर सुझाव मंगाए जाएंगे।

निगम के वित्त विभाग के अध्यक्ष समीर अख्तर ने कहा कि मुख्य रूप से बजट में उन योजनाओं को शामिल किया जाएगा जो स्वीकृत हैं, लेकिन शुरू नहीं हो पाई हैं। तेलीबांधा तालाब में एंटरटैनमेंट जोन को पिछली बजट में रखा गया था। पर शुरुआत नहीं हो सकी। इस साल यह शुरू हो जाएगा, इसलिए फिर से बजट में लाया जा सकता है।

नए बजट में हेल्थ सेटअप पर विशेष जोर
निगम के आने वाले बजट में स्वास्थ्य सुविधा पर विशेष ध्यान की जरूरत है। मच्छरों की रोकथाम और नालियों को कवर करने के लिए फंड का प्रावधान हो सकता है। बजट में 16 हजार से ज्यादा लोगों को पीएम आवास योजना के तहत मकान देने, तालाबों-उद्यानों के सौंदर्यीकरण, अमृत मिशन के तहत खारुन में एसटीपी इत्यादि को ही शामिल किया जाएगा।

पिछले बजट में लोक संस्कृति और परंपरागत लोक व्यंजनों से जुड़ी महिलाओं को प्रोत्साहित करने महिला शक्ति योजना को शुरू किए जाने का निर्णय लिया गया था। महिला शक्ति योजना के अंतर्गत हर शनिवार और रविवार को रायपुर की गृहणियों के लिए आनंद मेला की योजना फिर बजट में शामिल की जा सकती है।

बजट में पिछले अधूरे काम, या फिर एक्सपांशन के लिए ही प्रावधान

1. पिछले बजट में निगम ने शास्त्री बाजार, पंडरी कपड़ा मार्केट, आक्सीजोन में पिंक केयर सेंटर बनाने की योजना को बजट में शामिल किया था। तीनों जगह पिंक केयर बन चुके हैं। कुछ जगह नए सेंटर के प्रस्ताव बजट में आ सकते हैं। 2. गोलबाजार के कारोबारियों को मालिकाना हक देने की योजना पिछले बजट में थी। इसकी प्रक्रिया आगे बढ़ चुकी है, इसलिए ऐसे प्रावधान ही होंगे जो योजना को ड्राइव कर सकें। 3. निमोरा, चंदनीडीह, कारा और भाठागांव फिल्टर प्लांट की योजना पिछले 4 बजट से चल रही है। अभी सिर्फ भाठागांव का 6 एमएलडी का प्लांट ही चालू हो पाया है। बाकी का प्रावधान बजट में कर सकते हैं। 4. चौक-चौराहों के उन्नयन के काम स्मार्ट सिटी से हो रहे हैं। कोतवाली से निगम मुख्यालय तक रोड चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण इसमें शामिल है। इसलिए इस बार के बजट में इसके लिए प्रावधान करना मुश्किल है। 5. स्वामी आत्मानंद विद्यालय योजना में निगम के तीन स्कूलों आरडी तिवारी, बीपी पुजारी और शहीद स्मारक पर होने वाले खर्च का प्रावधान पिछले बजट में था।

कोरोना के कारण इस बार भी निगम का बजट 1400 करोड़ के आसपास होगा। मार्च के दूसरे पखवाडे में बजट बैठक बुला सकते हैं। पार्षदों से सुझाव मांग रहे हैं। उनके जरूरी कार्यों को बजट में शामिल करेंगे। – एजाज ढेबर, महापौर रायपुर

Source ”दैनिक भास्कर 

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