• May 5, 2024 7:31 pm

भारत में लगातार बढ़ रहा है कोविड-19 वैक्सीन का स्टॉक, दिसंबर में कुल उत्पादन का आधा ही हो सकता है इस्तेमाल

23  नवम्बर 2021 | भारत के पास इस साल के अंत तक कोविड-19 वैक्सीन (Corona Vaccine) की करोड़ों अतिरिक्त डोज उपलब्ध होगी. अनुमान के मुताबिक, दिसंबर में व्यस्क आबादी को लगाने के लिए करीब 15.63 डोज की जरूरत होगी, जबकि उत्पादन क्षमता लगातार बढ़ रही है. दिसंबर में कोविड वैक्सीन (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) की करीब 31 करोड़ डोज बनाए जाने की संभावना है. यह इस साल मई में उत्पादित हुए 7.9 करोड़ डोज का चार गुना है.

वैक्सीन की पहली डोज लगाने वालों की संख्या ज्यादा है और दूसरी डोज के लिए तय लंबे गैप के कारण नंवबर महीने में भी स्थानीय स्तर पर टीके की जरूरत घटी है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बताया था कि राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अब तक 131 करोड़ से अधिक टीके दिए गए हैं और इनमें से 21.64 करोड़ डोज अब भी उपलब्ध हैं, जिनका इस्तेमाल होना है. भारत सरकार ने इस साल के अंत तक सभी योग्य आबादी को वैक्सीनेट (कम से कम एक डोज) करने का लक्ष्य रखा है. इसलिए राज्यों से टीकाकरण अभियान तेज करने पर जोर दिया जा रहा है.

नवंबर में कुल 22 करोड़ डोज लगाने अनुमान

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,अधिकारियों ने कहा है कि सरकार वैक्सीन की उपलब्ध स्टॉक का इस महीने के अंत तक अधिकतम इस्तेमाल करना चाहती है ताकि पहली 100 फीसदी पहली डोज के लक्ष्य को पूरा किया जा सके. साथ ही उनके लिए जो दूसरी डोज लगने का इंतजार कर रहे हैं. एक अधिकारी ने कहा, “इस महीने कुछ स्टॉक रहेंगे. नवंबर में कुल 22 करोड़ डोज लगा दिए जाने का अनुमान है.”

19 नवंबर तक कुल 28 करोड़ डोज (कोविशील्ड और कोवैक्सीन) का उत्पादन हो चुका है. इनमें से 22.3 करोड़ कोविशील्ड की है और 5.6 करोड़ डोज कोवैक्सीन की है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, केंद्र सरकार ने इस महीने अब तक 15.8 करोड़ डोज राज्यों को सप्लाई की और प्राइवेट अस्पतालों ने इस दौरान सिर्फ 36,200 डोज की खरीद की. वहीं इस महीने के अंत तक सरकार द्वारा करीब 30 करोड़ डोज खरीदे जाने का अनुमान है. इनमें से कुछ निर्यात भी किए जाएंगे.

देश में करीब 43 प्रतिशत लोग फुली वैक्सीनेट

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में कुल वैक्सीनेशन का आंकड़ा 117 करोड़ के पार जा चुका है. जिसमें कम से कम 76.80 करोड़ लोगों को वैक्सीन की एक डोज लगी है और 40.74 करोड़ लोगों को दोनों डोज लगाई जा चुकी है. भारत में लगभग 82 प्रतिशत पात्र आबादी को टीके की पहली खुराक मिल चुकी है, जबकि करीब 43 प्रतिशत का टीकाकरण पूरा (दोनों डोज) हो चुका है. वहीं, 12 करोड़ से अधिक लोगों की दूसरी खुराक बाकी है.

देश में कोविड-19 टीकाकरण 16 जनवरी को शुरू किया गया था, जिसमें सबसे पहले हेल्थकेयर वर्कर्स को प्राथमिकता दी गई. इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण दो फरवरी से शुरू हुआ था. वैक्सीनेशन का अगला चरण एक मार्च से 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों और 45 वर्ष और उससे अधिक आयु के बीमार लोगों के लिए शुरू किया गया. इसके बाद एक अप्रैल से 45 साल से अधिक आयु के सभी लोगों के लिए टीकाकरण शुरू किया गया और एक महीने के बाद एक मई से 18 साल या उससे ऊपर के सभी लोगों के वैक्सीनेशन की शुरूआत की गई.

Source :-“टीवी9 भारतवर्ष”

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