• May 3, 2024 9:02 pm

एशियन गेम्स में उन महिला खिलाड़ियों की कहानी, जिन्होंने भारत के प्रदर्शन में लगाए हैं चार चाँद

अक्टूबर 3 2023 ! अब तक हुए मुक़ाबलों में भारत 60 से ज़्यादा पदक जीत चुका है.

हालाँकि पदक तालिका में चीन पहले ,कोरिया दूसरे और जापान तीसरे स्थान पर है.

एशियन गेम्स में भारत के प्रदर्शन में महिला खिलाड़ियों ने भी बड़ी भूमिका निभाई है.

पंजाब के फ़रीदकोट से आने वाली 21 साल की सिफ़्त कौर समरा ने निशानेबाज़ी के 50 मीटर थ्री पोजिशन राइफ़ल की व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा में गोल्ड मेडल हासिल किया है.

ये उनका सातवाँ अंतरराष्ट्रीय मेडल है और वो राज्य और राष्ट्रीय स्तर हुई राइफ़ल प्रतियोगिताओं में भी कई मेडल जीत चुकी हैं.

उनके पिता एक किसान हैं.

उन्होंने बीबीसी से बातचीत में बताया था, “जब मैंने मेडल जीतने शुरू किए मेरी खेल के प्रति एकाग्रता और प्रतिबद्धता बढ़ती चली गई.”

वे एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थी लेकिन मीडिया में छपी जानकारी के मुताबिक़ पढ़ाई के साथ साथ उनके लिए शूटिंग का अभ्यास करने में परेशानी हो रही थी.

इसके बाद उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ने का फ़ैसला किया था.

एशियन गेम्स के महिला नौकायन स्पर्धा (सेलिंग) में भारत को सिल्वर मेडल जीताने वाली नेहा ठाकुर मध्यप्रदेश के देवास ज़िले के छोटे से गांव से आती हैं.

उनके पिता किसान है और उन्होंने भोपाल के नेशनल सेलिंग स्कूल से प्रशिक्षण लिया है.

टाइम्स ऑफ़ इंडिया पर छपी जानकारी के मुताबिक़ नेहा ठाकुर ने अपनी जीत के लिए सरकार और कोच के समर्थन के लिए धन्यवाद किया और कहा कि उनका सपना था कि एशियन गेम्स में वे भारत का प्रतिनिधित्व करें.

उनके अनुसार, ”मुझे ख़ुशी है कि मैंने सिल्वर मेडल जीता और उसके पीछे कई लोगों का हाथ है. अगली बार मैं गोल्ड लाने की कोशिश करूँगी.””

नेहा ठाकुर के कोच नरेंद्र सिंह राजपूत ने बताया, ”एक सेलर के सारे गुण नेहा में हैं – प्रतिबद्धता, कड़ी मेहनत और संयम इसलिए वो यहाँ तक पहुँच पाई.”

शूटिंग में दो भारतीय युवा शूटरों पलक गुलिया और ईशा सिंह ने 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता में पदक जीतकर कमाल कर दिखाया है. इन दोनों ने न केवल एकल मुकाबले में मेडल हासिल किया बल्कि टीम प्रतियोगिताओं में भी जीत हासिल की है.

पलक गुलिया और ईशा सिंह की जीत पर राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू ने भी दोनों को बधाई दी थी.

10 मीटर एयर पिस्टल मुकाबले में गोल्ड मेडल जीतने के बाद इंडिया टुडे से एक साक्षात्कार में पलक ने कहा कि 2019 तक उन्हें शूटिंग गेम के बारे में कोई जानकारी नहीं थी

हरियाणा के गुरुग्राम में रहने वाली पलक गुलिया का कहना था, ”कोविड ख़त्म होने के बाद उन्होंने नेशनल के लिए तैयारी की और फिर एशियन गेम्स आ गए. लेकिन अगले कुछ महीने बहुत अहम है क्योंकि छह से आठ महीने प्री ओलंपिक पीरियड है और मैं इसमें बहुत मेहनत करूँगी.”

  सोर्स :-“BBC  न्यूज़ हिंदी”                                  

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