कोविड महामारी के बीच उत्तराखंड में पर्यटन और तीर्थाटन ने रफ्तार पकड़ ली है। गंगा में राफ्टिंग कारोबार में भी इजाफा हुआ है। अनलॉक-5 में सरकार की ओर से दी गई छूट के बाद प्रदेश में पर्यटकों की आमद बढ़ी है। जिससे साहसिक पर्यटक स्थल पर्यटकों की आवाजाही से गुलजार हो गए हैं। पिछले चार दिनों में उत्तराखंड में लगभग 20 हजार पर्यटक आए हैं।
ऋषिकेश के शिवपुरी में होने वाली प्रसिद्ध वाइट रिवर राफ्टिंग पर्यटकों के लिए सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र बन गई है। इसके अतिरिक्त वाटर स्पोर्ट्स, ट्रैकिंग, पर्वतारोहण, एयरो स्पोट्र्स और कैंपिंग गतिविधियां भी पर्यटकों को आकर्षित कर रही हैं। वहीं चारधाम यात्रा में तीर्थ यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि राफ्टिंग ने देश विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित किया है। हॉलीवुड अभिनेता ब्रैड पिट भी छह घंटों तक राफ्टिंग का आनंद उठा चुके हैं। गंगा नदी में कोड़ियाला से ऋषिकेश में राम झूला के बीच तक 36 किमी का स्ट्रेच है। जिसमें रिवर राफ्टिंग की जाती है।
राफ्टिंग के लिए इसमें सबसे अच्छा समय अक्तूबर से मार्च के बीच का है। पिछले चार वर्षों में ऋषिकेश में राफ्टिंग करने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2017 में सितंबर से दिसंबर तक 68604, 2018 में 349736, 2019 में 334753 व 2020 में मार्च तक 29932 पर्यटकों ने रिवर राफ्टिंग का आनंद लिया। वहीं अब अनलॉक के बाद साहसिक खेलों को मंजूरी मिलने पर दो से पांच अक्तूबर तक राज्य में 20 हजार से अधिक पर्यटकों का आगमन हुआ है।
राफ्टिंग एसोसिएशन ऋषिकेश के अध्यक्ष दिनेश भट्ट ने कहा कि 26 सितंबर से अभी तक लगभग चार हजार लोग राफ्टिंग कर चुके हैं। जिसमें से 90 प्रतिशत यूपी, दिल्ली व हरियाणा के पर्यटक शामिल हैं। अभी राफ्टिंग के लिए काफी बुकिंग आ रही है और हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में राफ्टिंग के क्षेत्र में काफी अच्छा कारोबार होगा।
वर्तमान में 576 राफ्ट हैं ,जिससे 2304 लोगों को रोजगार मिल रहा है। प्रत्येक राफ्ट के साथ पर्यटकों की सुरक्षा के लिए चार कर्मचारी मौजूद रहते हैं। इन दिनों वीकेंड पर नैनीताल, टिहरी और मसूरी में भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचे।