• May 6, 2024 8:18 am

स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सागर में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर बारहवां दो दिवसीय अंतरर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित

स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सागर में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर बारहवां दो दिवसीय अंतरर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित
स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 27-28 फरवरी को विषय- इन्ड्रडिलीम्बिनी सिनर्जी ब्रिलिंग दा गैप्स इन इजीनियरिंग फार्मेसी एग्रीकल्चर साइंस एंड एज्यूकेशन विषय पर 12जी अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित हुआ। सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में स्वामी विवेकानंद विष्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति डाॅ अनिल तिवारी जी ने स्वागत भाषण एवं परिचय दिया। भारतीय स्त्री शक्ति की प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. प्रतिमा तिवारी द्वारा दिया गया। इसके मुख्य अतिथि प्रोफेसर यू, एस, गुप्ता,एंव विषिष्ट अतिथि प्रो. नवीन कान्गो, डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय थे। डॉ रोहित पंत एवं डाॅ देवेष पटेरिया, श्री दीपक जैन, जिला चिकित्सालय सागर भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए तथा अपने विचार व्यक्त किये।
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का औचित्य सम्मेलन के संयोजक डाॅ शैलेन्द्र पाटिल,अधिष्टाता फार्मेसी विभाग द्वारा बताया गया। कार्यक्रम की उपयोगिता पर प्रकाश कुलपति डॉ सुनीता जैन द्वारा दिया गया। इस सम्मलेन के दौरान संगोष्ठी की स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का बीज वकतव्य प्रो. नवीनकान्गो, डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय द्वारा दिया गया तथा बताया कि सूक्ष्मजीवों ने एक केंद्रीय स्तर हासिल कर एक दवा के रूप में पसंदीदा स्थिति हासिल कर ली है। यह भी बताया कि मानव आंत माइक्रोबायोम की गतिशीलता का एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें प्रोबायोटिक्स और प्रीबायोटिक्स की भूमिका को तेज गति से चित्रित किया जा रहा है। यह बातचीत प्रीबायोटिक ऑलिगोसेकेराइड के माइक्रोबियल उत्पादन और उनके महत्व पर केंद्रित थी।
इस सम्मलेन में विभिन्न क्षेत्रो के विशेषज्ञ डॉ सीम ाकोहली, के एन पाली कालेज जबलपुर, डॉ. रेखा गर्ग सोलंकी, डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, डॉ सध्या पटेल, डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, डॉ जी. एस. ओकराम यू.जी.सी, डी ए ई साइंटिफिक रिसर्च इंदौर, डॉ. बी.ई. डी ग्राफ्ट घाना, प्रोफेसर आर. नाथ, प्रोफेसर अस्मिता गजभिये पाटिल, डॉ आर के गंगेले, डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, डॉ परेश रावत डायरेक्टर ए.आर.ई.ई.एस. भोपाल, डॉ. दिलीप चैहान, ऑस्ट्रेलिया द्वारा ऑनलाइन ने की तथा अपना संबोधन दिया।
विभिन्न तकनीकी सत्रों में प्रस्तुत किये गए वक्तव्यों में फार्मेसी दवाओ की खोज के विषय पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम मे स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय के विभिन्न शोध छात्र-छात्राओ, डॉ हरिसिंह गौर विश्वविधालय, विभिन्न विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयो से आय ेविभिन्न शोध छात्र-छात्राओ ने अपना पोस्टर प्रेजेन्टेशन एवं ओरल पावरप्वाइंट प्रेजेन्टेशन प्रस्तुत किया।
समापन कार्यक्रम के दौरान सम्मलेन के संयोजक द्वारा बताया गया की सिनर्जी के लेंस के माध्यम से प्रतिभागियों ने सस्टेनेबल इंजीनियरिंग प्रथाओं से लेकर नवीन फार्मास्युटिकल समाधानों तक अत्याधुनिक कृषि प्रौद्योगिकियों से लेकर विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति तक के विषयों पर चर्चा की। विचारों और दृष्टिकोणों के आदान-प्रदान ने सहयोग के नए रास्ते खोले और अंतः विषय अनुसंधान पहल का मार्ग प्रशस्त किया। समापनकार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ अजय तिवारी द्वारा कहा गया कि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग रहा है। विज्ञान प्रौद्योगिकी, इजीनियरिग एक व्यापक शब्द है जिसका प्रयोग तकनीकी विषयो को एक साथ समाहित करने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही उन्होंने कार्यक्रम मे आये विज्ञान के समस्तविषयों को आगामी सम्मेलन में हिन्दी एवं अंग्रेजी भाषा में समायोजित कर प्रस्तुत करने का अनुरोध किया।
दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान आयोजित विभिन्न तकनीकी सत्रों में प्रस्तुत किये गए ओरल प्रेजेन्टेशन एंव पोस्टर प्रेजेंटेशन के प्रतिभागियों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का आभार ज्ञापन संस्था के फार्मेसी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ रविन्द्र चैरसिया द्वारा दिया गया। इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के सचिव डॉ अभिषेक तिवारी ने कार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामनाएँ प्रेषित कीद्यकार्यक्रम का मंच संचालन श्रीमति अंतिमा शर्मा एवं सुश्री रेशु जैन तथा श्री अभिषेक जैन द्वारा किया. गयाद्य
कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य अतिथि श्री आदित्य प्रखर तिवारी, कु.सोम्या तिवारी, डॉ सुनीता दीक्षित, डॉ संजय सिंह चैहान, डॉ मनीष मिश्रा, डाॅ आकाश शर्मा, डॉ वीरेन्द्र गोतम, डॉ, उमेश मिश्रा ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति देकर कार्यक्रम को सफल बनाया।

PromptTimes: Kayum Khan (MP State Bureau Chief)

 

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