3 फरवरी 2022 | भारत ने अंडर-19 विश्व कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को 96 रन से हरा दिया। अब फाइनल में टीम इंडिया इंग्लैंड से पांच फरवरी यानी शनिवार को भिड़ेगी। भारत के पास पांचवीं बार चैंपियन बनने का मौका है। इससे पहले टीम 2000, 2008, 2012 और 2018 में विश्व कप जीत चुकी है। सेमीफाइनल में भारतीय कप्तान यश धुल ने 110 रन और शेख रशीद ने 94 रन की पारी खेली। इसके अलावा भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश बाना ने चार गेंदों पर नाबाद 20 रन बनाए। उन्होंने चारों गेंदों पर बाउंड्री लगाई। इसमें दो चौके और दो छक्के शामिल हैं। वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट (पुरुष, महिला और अंडर-19) में चार या इससे ज्यादा गेंद खेलते हुए हर गेंद पर बाउंड्री जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बन गए।
दिनेश बाना
2 of 11यश धुल और शेख रशीद – फोटो : सोशल मीडियाटॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 37 रन पर अपने दोनों ओपनर्स अंगकृष रघुवंशी और हरनूर सिंह का विकेट गंवा दिया था। इसके बाद शेख रशीद और यश धुल ने तीसरे विकेट के लिए 204 रन की साझेदारी निभाई। धुल ने 110 रन और रशीद ने 94 रन की पारी खेली।
शेख रशीद ने अब तक इस टूर्नामेंट में तीन मैचों में 191 रन बनाए हैं। वह ग्रुप स्टेज के दौरान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले मैच के बाद कोरोना संक्रमित हो गए थे। हालांकि, इसके बाद उन्होंने जबरदस्त पारी खेली। बांग्लादेश के खिलाफ कोरोना के बाद वापसी करते हुए अंगकृष के साथ मिलकर उन्होंने जीत की नींव रखी थी। उन्होंने 26 रन की छोटी, लेकिन महत्वपूर्ण पारी खेली थी। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धुल के साथ मिलकर टीम इंडिया को मुश्किलों से निकाला।
यश धुल की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने विश्व कप में मैदान पर विरोधियों और उसके बाहर कोरोना को मात दी है। रशीद के साथ कप्तान यश धुल भी कोरोना संक्रमित हुए थे। हालांकि, इसका असर उन्होंने मैदान पर नहीं होने दिया और सेमीफाइनल जैसे अहम मुकाबले में शानदार शतक जमाया। इससे पहले बांग्लादेश के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में भी धुल टीम को जिताकर पवेलियन लौटे थे। वे 20 रन बनाकर नाबाद रहे थे।
तीन मैचों में उन्होंने 106 की बेहतरीन औसत से 212 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 89.83 का रहा। शतक लगाने के बाद वह मैदान पर खुशी से उछल पड़े। यश धुल को आने वाले समय का एक बेहतरीन कप्तान और बल्लेबाज बताया जा रहा है।
रशीद और धुल के अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश बाना ने चार गेंदों पर 20 रन की नाबाद तूफानी पारी खेली। उन्होंने आखिरी ओवर में दो छक्के और एक चौका लगाया। वहीं, निशांत सिंधु भी 10 गेंदों पर 12 रन बनाकर नाबाद रहे। भारतीय टीम ने आखिरी (50वें) ओवर में 27 रन बटोरे। आखिरी 10 ओवर में टीम इंडिया ने 108 रन बनाए। इसकी बदौलत टीम इंडिया 290 रन बना सकी। दिनेश बाना और निशांत सिंधु पारी खत्म होने के बाद जब पवेलियन लौट रहे थे, तो भारतीय खिलाड़ियों ने इन दोनों के लिए खड़े होकर ताली बजाई।
तीन बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के लिए सेमीफाइनल मैच में कुछ भी सही नहीं हुआ। गेंदबाजी में अच्छी शुरुआत के बाद कंगारू टीम उसे बरकरार नहीं रख पाई। वहीं, बल्लेबाजी में तो ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों के आगे सरेंडर कर दिया। 291 रन जैसे विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 125 रन पर सात विकेट गंवा दिए थे।
कैंपबेल केलावे और कोरी मिलर ने जरूर दूसरे विकेट के लिए 68 रन की साझेदारी कर टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचाने की कोशिश की। पर इन दोनों के आउट होते ही ऑस्ट्रेलियाई पारी लुढ़क गई। बाद में लाचलन शॉ ने जरूर 51 रन की पारी खेली, लेकिन यह जीत के लिए काफी नहीं था। भारत के स्टार स्पिनर विक्की ओस्तवाल ने तीन विकेट झटके। वह अब तक पांच मैचों में 12 विकेट ले चुके हैं। इसके अलावा रवि कुमार और निशांत सिंधू ने दो-दो विकेट लिया। कौशल तांबे और अंगकृष रघुवंशी को एक-एक विकेट हासिल हुआ।
जीत के बाद कप्तान यश धुल बेहद खुश नजर आए। वह भारतीय कप्तानों की उस एलिट लिस्ट में शामिल हो गए, जिन्होंने अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में टीम इंडिया की कप्तानी की है। इसमें मोहम्मद कैफ (2000), रविकांत शुक्ला (2006), विराट कोहली (2008), उन्मुक्त चंद (2012), ईशान किशन (2016), पृथ्वी शॉ (2018) और प्रियम गर्ग (2020) शामिल हैं।
भारतीय टीम आठवीं बार फाइनल में पहुंची है। भारत के नाम अंडर-19 विश्व कप में सबसे ज्यादा बार फाइनल में पहुंचने का रिकॉर्ड है। टीम इंडिया 2000, 2006, 2008, 2012, 2016, 2018, 2020 और इस साल फाइनल में पहुंची है। भारत ने 2000, 2008, 2012 और 2018 में विश्व कप जीता था। वहीं, 2006, 2016 और 2020 में फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था।
अंडर-19 विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का रिकॉर्ड शानदार रहा है। दोनों टीमों के बीच कुल आठ मैच खेले गए हैं। इसमें से टीम इंडिया ने छह और ऑस्ट्रेलिया ने दो मैच जीते हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस टूर्नामेंट में भारत पिछले 24 सालों में एक भी मुकाबला नहीं हारा है। 1998 में आखिरी बार ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत के खिलाफ जीत हासिल की थी।
यश धुल फाइनल जीतकर अंडर-19 विश्व कप जीतने वाले कप्तानों की लिस्ट में भी शामिल होना चाहेंगे। खिताबी मुकाबले में भारत का सामना इंग्लैंड से पांच फरवरी को होना है। भारतीय टीम शानदार फॉर्म में है और अब तक इस विश्व कप में उसने अपने सभी पांच मैच जीते हैं। लीग स्टेज में भारत ने दक्षिण अफ्रीका, आयरलैंड और युगांडा को हराया था। वहीं, क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश और सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त दी।
Source;-“अमर उजाला”