10 मई 2023 ! पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद से देश के कई हिस्सों में हिंसा शुरू हो गई है। पाकिस्तान एंटी करप्शन एजेंसी ने इमरान खान को इस्लामाबाद हाई कोर्ट से ही गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि इमरान अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले के आरोप में अदालत में पेश हो रहे थे। इसके बाद से हिंसा शुरू हो गई और सड़कों पर जमकर विरोध प्रदर्शन हुए। समर्थकों और PTI के कार्यकर्ताओं ने लाहौर में कॉर्प्स कमांडर के घर पर भी हमला बोल दिया।
इमरान खान की गिरफ्तारी का असर अमेरिका में भी देखने को मिला। 9 मई को वाशिंगटन में पाकिस्तान के राजदूत के आवास के बाहर एकत्र होकर प्रदर्शनकारियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। वाशिंगटन, न्यूयॉर्क और शिकागो सहित शहरों में प्रदर्शन देखे गए। अमेरिका ने पाकिस्तान में अराजकता पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और पाकिस्तान में लोकतांत्रिक सिद्धांतों और कानून के शासन का सम्मान करने का आह्वान किया है।
अमेरिका के अलावा लंदन में भी इमरान खान के समर्थकों ने लंदन में पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर जमा होकर विरोध प्रदर्शन किया। इमरान खान के साथ एकजुटता का विरोध टेक्सास के डलास और साथ ही कनाडा के एक शहर मिसिसॉगा में भी देखा गया। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, कनाडा में प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान दूतावास के बाहर आज बड़ा विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई है।
समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए, एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि ‘अगर इमरान खान को कुछ भी होता है, तो मुझे पाकिस्तान में सबसे खराब स्थिति का डर है। हम उनकी तत्काल रिहाई की मांग करते हैं।’अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने एएनआई को बताया कि अमेरिका के पास राजनीतिक उम्मीदवार या पार्टी पर कोई स्थिति नहीं है। पाकिस्तान में इमरान खान की नाटकीय गिरफ्तारी पर एएनआई को जवाब देते हुए अधिकारी ने लोकतांत्रिक सिद्धांतों का सम्मान करने का आह्वान किया।
इससे पहले एक संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा, ‘हम सिर्फ यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि पाकिस्तान में जो कुछ भी हो रहा है वह कानून के शासन और संविधान के अनुरूप हो। वहीं, यूके के विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली ने कहा, ‘हम पाकिस्तान में शांतिपूर्ण लोकतंत्र देखना चाहते हैं। हम कानून के शासन का पालन देखना चाहते हैं। पाकिस्तान में बढ़ती हिंसा को देखते हुए अमेरिका, कनाडा और यूके ने अपने नागरिकों और राजनयिक कर्मचारियों के लिए यात्रा परामर्श जारी किया है।
सोर्स :– ” जागरण ”