• May 16, 2024 1:20 pm

यूक्रेन ने रूसी अल्‍टीमेटम को किया खारिज तो भड़के पुतिन ने की 120 मिसाइलों की बौछार, तबाही

29  दिसंबर 2022 |  रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के अल्‍टीमेटम को जेलेंस्‍की के खारिज करने के बाद रूस ने गुरुवार को 120 मिसाइलों की बारिश से यूक्रेन को धुआं-धुआं कर दिया। यूक्रेन के राष्‍ट्रपति जेलेंस्‍की के सलाहकार ओलेकसी ने बताया कि रूस ने देश के कई शहरों को अपनी मिसाइलों से निशाना बनाया है। यही नहीं रूसी मिसाइलों ने राजधानी कीव पर भी हमला बोला है। रूसी मिसाइलें अमेरिकी एयर डिफेंस सिस्‍टम के बाद भी कीव पर हमला करने में सक्षम रहीं।

ओलेकसी ने कहा, ‘ रूस की ओर से भीषण हवाई हमला किया गया। 100 से ज्‍यादा मिसाइलों की बारिश की गई।’ कीव के अलावा, झयतोमयर और ओडेसा में भी जोरदार धमाके सुने गए। कई शहरों में बिजली काट दी गई। इससे पहले यूक्रेन ने लावरोव के अल्‍टीमेटम के जवाब में एक शांति योजना दी थी। यूक्रेन की इस योजना को रूस ने खारिज कर दिया था। रूस ने कहा कि जेलेंस्‍की रूस की ओर से यूक्रेन के 4 अलग किए गए हिस्‍सों के सत्‍य को स्‍वीकार कर लें।

यूक्रेन ने 1,400 ड्रोन खरीदे

इस बीच यूक्रेन में अधिकारियों ने कहा कि देश की राजधानी कीव समेत अनेक क्षेत्र बृहस्पतिवार को रूस के मिसाइल हमले का सामना कर रहे हैं। देश के कई क्षेत्रों में बृहस्पतिवार को तड़के हवाई हमले की प्रति चौकन्ने करने वाले सायरन बजने लगे। कीव में क्षेत्रीय प्रशासन ने कहा कि जारी मिसाइल हमले से बचाव के लिए वायु रक्षा प्रणाली को सक्रिय कर दिया गया है। कीव में विस्फोटों की आवाज सुनी गयी। विभिन्न क्षेत्रों में यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि कुछ रूसी मिसाइलों को मार गिराया गया।

यूक्रेन के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर रूसी हमलों की कड़ी में बृहस्पतिवार का हमला ताजा है। मॉस्को अक्टूबर से हर सप्ताह इस तरह के हमले कर रहा है। इस बीच यूक्रेन ने करीब 1,400 ड्रोन खरीदे हैं, जिनमें से ज्यादातर टोही हैं जबकि कई ड्रोन को लड़ाकू मॉडल के रूप में विकसित करने की योजना है ताकि रूसी सेना द्वारा आक्रमण के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रोन को मार गिराया जा सके। यूक्रेन के प्रौद्योगिकी मंत्री ने यह जानकारी दी। यूक्रेन के डिजिटल प्रौद्योगिकी मंत्री मिखाइलो फेदेरोव ने यूक्रेन-रूस युद्ध को इंटरनेट युग का पहला बड़ा युद्ध बताया। उन्होंने संघर्ष को बदलने के लिए एलन मस्क के स्टारलिंक जैसे ड्रोन और सैटेलाइट इंटरनेट प्रणाली को इसका श्रेय दिया।

 सोर्स :- “नवभारतटाइम्स”                    

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *