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व्रत रखने से पहले महिलाएं निभाएंगी कड़ू भात खाने की परंपरा

ByPrompt Times

Aug 21, 2020
व्रत रखने से पहले महिलाएं निभाएंगी कड़ू भात खाने की परंपरा

रायपुर सुहागिनें पति की लंबी आयु के लिए और कुंवारियां बेहतर पति पाने की कामना को लेकर शुक्रवार को तीजा पर्व उत्साह से मनाएंगी। माता पार्वती और भगवान शिव की आराधना करके निर्जला व्रत रखेंगी। व्रत का संकल्प लेने से पहले गुरुवार की रात को कड़ू भात यानी खीरा, करेला और चावल को पकाकर खाने की परंपरा निभाएंगी। तीजा पर्व से पहले प्रायः हर घर में करेला खरीदा जाता है इसलिए एक दिन पहले बुधवार को महिलाओं ने करेला खरीदा। आम दिनों में 50-60 रुपये किलो मिलने वाला करेला 80 से 100 रुपये किलो तक बिका। बढ़ी कीमत के बावजूद करेला खरीदने महिलाएं बाजार में उमड़ पड़ीं।

इस बार कम बेटियां मायके पहुंचीं

कोरोना महामारी के चलते ट्रेन, बस बंद होने से ज्यादातर बेटियां मायके नहीं पहुंच पाई हैं। जिनके पास आने-जाने के लिए स्वयं का वाहन है, वही बेटियां मायके पहुंचीं। गुरुवार की शाम तक बेटियों के आने का सिलसिला चलेगा।

ससुराल में मनाएंगी तीज

जो बेटियां मायके नहीं जा पाई हैं, उनके माता-पिता ने अपनी बेटियों को ससुराल में ही तीज मनाने का आशीर्वाद दिया है। कई माता-पिता ने बेटियों के लिए सौंदर्य सामग्री, साड़ी, मिठाई आदि ऑनलाइन भिजवा दिए हैं।

तीजा के लिए सजा बाजार

हरतालिका तीज के लिए बाजार में हलचल शुरू हो गई है। सौंदर्य सामग्री, साड़ी व अन्य कपड़े, गहनों की खरीदारी के लिए ग्राहकों की भीड़ बढ़ने लगी है। इस बार कोरोना के चलते ब्यूटी पार्लर व मेहंदी पार्लरों में भीड़ कम दिखाई दे रही है।

लेंगी व्रत का संकल्प

बंधवापारा निवासी आरती शुक्ला एवं सीमा शर्मा ने बताया कि गुरुवार की शाम को खीरा, करेला की सब्जी व चावल (कड़ू भात) खाकर व्रत का संकल्प लेंगी। शुक्रवार को दिन-रात बिना पानी पीए व्रत रखकर पूरी रात जागरण करके पार्वती-शंकर की पूजा करेंगी। शनिवार को सुबह पुनः पूजा करने के पश्चात व्रत तोड़ेंगी।

इन सामग्री से करें पूजा

महामाया मंदिर के पुजारी पं. मनोज शुक्ला ने बताया कि गीली काली मिट्टी या बालू रेत से शिव-पार्वती की प्रतिमा बनाएं। पूजा में बेलपत्र, शमी पत्र, केले का पत्ता, धतूरे का फल, फूल, गंगाजल, मंजरी, जनेऊ, मौली, वस्त्र, फूलमाला, माता पार्वती के लिए सुहाग सामग्री मेहंदी, चूड़ी, बिछिया, काजल, बिंदी, कुमकुम, सिंदूर, कंघी, माहुर, साड़ी, ब्लाउज, श्रीफल, कलश, अबीर, चंदन, इत्र, घी, तेल, कपूर, दीपक, दही, शक्कर, दूध, शहद, मेवा, मिठाई, हल्दी, सुपारी, कपूरी पान, चावल का इस्तेमाल पूजा में करें और हरतालिका तीज की कथा सुनें।

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