• May 7, 2024 12:54 pm

आवाज सुनकर हो जाएंगे इस बिटिया के मुरीद, मां ने रोते-रोते कहा… शायद सोनू सूद ने नहीं सुना

अगस्त 28 2023 ! उम्र महज 11 साल, 8वीं कक्षा की छात्रा और पिता ट्रक ड्राइवर. जमुई की कुमकुम की यही पहचान है. लेकिन इस पहचान पर चार चांद लगाती है उसकी सुरीली आवाज, जिसे सुनने के बाद हर कोई उसका मुरीद हो जाता है. अफसोस इस बात का कि इतनी शानदार आवाज, गरीबी की बेड़ियों में जकड़ी हुई है.

आर्थिक कमजोरी के कारण इस बच्ची की न ही ट्रेनिंग हो पा रही है और न ही उसके पास कोई ऐसा उपकरण है, जिससे वह संगीत सीख सके. फिलहाल, यू-ट्यूब के सहारे यह बेटी अपने सपनों को साकार करने की कोशिश कर रही है. कुमकुम प्ले बैक सिंगर बनना चाहती है, जिसके लिए उसे किसी उस्ताद की जरूरत है. कुमकुम को बॉलीवुड अभिनेता सोनू से सूद से बड़ी उम्मीदें हैं.

कुमकुम जमुई के सदर प्रखंड क्षेत्र स्थित थेगुआ गांव की रहने वाली है. पिता सुनील यादव पेशे से ट्रक ड्राइवर हैं. कई-कई दिनों तक ट्रक लेकर बाहर रहने के बाद जब थोड़ी बहुत आमदनी हो पाती है, तब इस परिवार का पेट भर पाता है. कुमकुम अपने चार भाई बहनों में बड़ी है और वर्तमान में उत्क्रमित मध्य विद्यालय थेगुआ में आठवीं कक्षा की छात्रा है. कुमकुम ने बताया कि बचपन में मोबाइल फोन और यूट्यूब पर गाने सुन-सुनकर गाना सीखा है और यूट्यूब से देख-देखकर ही अपनी सिंगिंग को आगे बढ़ा रही है. बताया कि लता मंगेशकर जैसी बड़ी गायक बनना चाहती है, लेकिन सुविधाओं के अभाव के कारण उसकी राह मुश्किल है.

कुमकुम के माता-पिता ने अपनी बेटी के करियर को आगे बढ़ाने के लिए कोशिश तो की है, लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर परिवार उसके सपनों को उड़ान नहीं दे पा रहा है. ऐसे में कुमकुम के परिवार को अभिनेता सोनू सूद से मदद की उम्मीद है. कुमकुम की मां ने कहा कि जिस किसी की भी फरियाद अभिनेता सोनू सूद ने सुनी है, उन्होंने सबकी मदद की है. मुझे लगता है कि आज तक मेरी गुहार उन तक पहुंची और न ही उन्होंने मेरी बेटी का वीडियो देखा है. अगर ऐसा होता तो जरूर वह मेरी मदद करते. इस परिवार को अब भी सोनू सूद से मदद की उम्मीद है.

   सोर्स :-“न्यूज़ 18 हिंदी|”   

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