25 नवंबर 2023 ! राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए आज वोट डाले जा रहे हैं. राजस्थान में इस बार ‘राज और रिवाज’ बदलने को लेकर लड़ाई है. एक तरफ बीजेपी है जिसे राज बदलने से उम्मीद है तो दूसरी ओर कांग्रेस है, जो इस बात पर कायम है कि राज्य में इस बार रिवाज बदलने जा रहा है. हालांकि आखिरी फैसला जनता को ही करना है.
राजस्थान में पिछले कई दशक से एक ट्रेंड रहा कि हर पांच साल में सत्ता बदल जाती है. बीजेपी होती है तो कांग्रेस आ जाती है और अगर कांग्रेस रहती है तो बीजेपी आ जाती है. राज्य की 200 विधानसभा सीटों में से 199 पर मतदान हो रहा है. इस बार के चुनाव में 5.25 करोड़ से अधिक मतदाता वोट डालेंगे.
इस बार का चुनाव इसलिए भी नाक की लड़ाई बन गई है क्योंकि बीजेपी ने गहलोत को सत्ता से बेदखल करने के लिए सात सांसदों को मैदान में उतारा है. आखिर ये सात सांसद कौन हैं और कहां से चुनाव मैदान में हैं ये जान लेते हैं.
बीजेपी ने इस बार के चुनाव में सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर को राजस्थान की झोटवाड़ा सीट से मैदान में उतारा है. ओलंपिक में भारत को पदक दिलाने वाले राठौर 2014 में पहली बार सांसद बने थे. फिलहाल वो जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट से सांसद हैं. राजस्थान में गहलोत को सत्ता से दूर करने के लिए बीजेपी ने राज्यवर्धन सिंह राठौर को टिकट दिया है. राठौर के सामना कांग्रेस के अभिषेक चौधरी से है. अभिषेक चौधरी जो कि राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्र नेता भी रह चुके हैं.
बीजेपी ने राजस्थान की राजसमंद लोकसभा सीट से सांसद दीया कुमारी को भी मैदान में उतारा है. पार्टी ने दीया कुमारी को जयपुर की विद्याधर नगर विधानसभा सीट से टिकट दिया है. दीया कुमारी को लेकर राजस्थान की सियासत में चर्चा है कि बीजेपी को अगर जीत मिलती है तो उन्हें मुख्यमंत्री भी बना सकती है. दीया कुमार ने साल 2013 में बीजेपी ज्वाइन किया था. 2013 से 2018 तक वो सवाई माधोपुर से विधायक भी रहीं.
बालक नाथ को राजस्थान का ‘योगी’ भी कहा जाता है. बालक नाथ अलवर सीट से सांसद भी हैं. बीजेपी ने जब से बालकनाथ के नाम का ऐलान किया है तब से उनकी ओर से कई विवादित बयान भी दिए गए हैं. बीजेपी ने इन्हें तिजारा विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है. दूसरी ओर से कांग्रेस ने बालकनाथ को टक्कर देने के लिए इमरान खान को टिकट दिया है. इमरान खान को मैदान में उतारे जाने के बाद बालकनाथ ने कहा था कि इस बार का मुकाबला कोई आम मुकाबला नहीं बल्कि भारत-पाकिस्तान का मैच है.
बीजेपी ने अपने चौथे सांसद नरेंद्र कुमार को मंडावा विधानसभा सीट से मैदान में उतारा है. मंडावा की सीट झुंझुनू जिले में आती है. फिलहाल इस सीट पर कांग्रेस का कब्जा है और रीता चौधरी विधायक हैं. कांग्रेस ने इस बार भी रीता चौधरी को ही मैदान में उतारा है. मंडावा में नरेंद्र कुमार को उतारने के पीछे एक वजह ये भी है कि इस क्षेत्र की गिनती कांग्रेस के गढ़ के रूप में होती है. 2013 के विधानसभा चुनाव में नरेंद्र कुमार ने निर्दलीय चुनाव लड़ते हुए रीता चौधरी को मात दी थी.
राजस्थान बीजेपी ने सांचौर विधानसभा सीट से सांसद देवजी एम पटेल को उम्मीदवार घोषित किया है. बीजेपी ने इस सीट पर इसलिए देवजी एम पटेल को उतारा है क्योंकि पिछले तीन बार से सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा है. राजस्थान में देवजी एम पटेल की गिनती बीजेपी के कद्दावर नेताओं में होती है. देवजी पटेल 2009, 2013 और 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं और तीनों ही बार उन्होंने जीत हासिल की है.
बीजेपी ने इस बार राजस्थान की सवाई माधोपुर विधानसभा सीट पर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा को भी मैदान में उतारा है. सवाई माधोपुर सीट की गिनती कांग्रेस के गढ़ के रूप में होती है. 2018 के विधानसभा चुनाव में भी इस सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. ऐसे में बीजेपी ने कांग्रेस के गढ़ में सेंधमारी के लिए किरोड़ी लाल मीणा को मैदान में उतारा है. दूसरी ओर कांग्रेस ने अपने मौजूदा विधायक दानिश अबरार को टिकट दिया है. राजस्थान की राजनीति में अच्छी पकड़ रखने वाले किरोड़ी लाल मीणा, मीणा जनजातीय समूह का नेतृत्व करते हैं.
सोर्स :- ” TV9 भारतवर्ष “