27-जुलाई-2021 | पंजाब सरकार की ओर से लागू किए जा रहे छठे वेतन आयोग में एनपीए की कटौती के कारण डॉक्टर्स नाराज हैं। इसके चलते वे इन दिनों हड़ताल पर हैं। डॉक्टरों का कहना है कि यह विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है और आगे भी जारी रहेगा।
इसी क्रम में डाक्टरों की ओर से अपना दायित्व समझते हुए मरीजों का चेकअप किया जा रहा है, मगर वह बिना ओपीडी की पर्ची के आने वाले मरीजों को अपनी यूनियन की पर्ची पर ही देख रहे हैं। डाक्टरों का ऐलान है कि जब तक उनकी बात नहीं मानी जाती है, वह संघर्ष जारी रखेंगे।
सिविल अस्पताल के डॉक्टर पिछले 18 दिन से हड़ताल पर चल रहे हैं। एक बार चंडीगढ़ में मीिटंग भी हो चुकी है, मगर कोई हल नहीं निकलने के कारण डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है। वह अब पैरलल ओपीडी तो देख रहे हैं, मगर बड़ी सर्जरी और अन्य सरकारी काम नहीं कर रहे हैं।
चेतावनी तो यह भी दी जा चुकी है कि आने वाले समय में कोराेना वैक्सीनेशन में दी जाने वाली सहायता भी बंद कर देंगे। अगर सरकार नहीं मानती है तो संघर्ष को और तेज किया जाएगा। स्थानीय ईकाई के अध्यक्ष कुलवंत सिंह का कहना है कि सरकार लगातार उनके प्रति पक्षपात का रवैया अपना रही है, अगर हालात इसी तरह रहे तो वह आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
Source;-“दैनिक भास्कर”