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चंडीगढ़ की अनहद को देशभर में पहला, दिग्विजय को दूसरा स्थान, 10 में सात टॉपर यहीं से

ByPrompt Times

Oct 7, 2020
चंडीगढ़ की अनहद को देशभर में पहला, दिग्विजय को दूसरा स्थान, 10 में सात टॉपर यहीं से

ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट (एलेट) के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। इस परीक्षा में चंडीगढ़ की अनहद कौर मेहता 150 में से 102 अंक हासिल कर ऑल इंडिया टॉपर रही हैं, जबकि चंडीगढ़ के ही दिग्विजय सिंह ने 150 में से 96 अंक प्राप्त कर ऑल इंडिया सेकेंड टॉपर रहे हैं। वहीं, शहर के ही देबयान और वरुण ने संयुक्त रूप से ऑल इंडिया पांचवीं रैंक हासिल की है।

आयुष और स्वप्निल ने ऑल इंडिया सातवीं रैंक हासिल की है, जबकि श्रेयश को ऑल इंडिया आठवीं रैंक मिली है। यह सभी विद्यार्थी चंडीगढ़ के करिअर लांचर इंस्टीट्यूट से कोचिंग ले रहे थे। टॉप टेन में से सात छात्र इसी संस्थान के हैं। ऑल इंडिया सेकेंड टॉपर दिग्विजय सिंह हरियाणा में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी आईएएस देवेंद्र सिंह और डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज हरियाणा डॉ. वीणा सिंह के बेटे हैं। दिग्विजय का परिवार मूलरूप से हरियाणा के झज्जर का रहने वाला है।
ऑल इंडिया लॉ एंट्रेंस टेस्ट 26 सितंबर को ऑनलाइन आयोजित हुआ था। चंडीगढ़ में इसके लिए तीन केंद्र बनाए गए थे, जहां पर लगभग 500 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया था। इसमें चंडीगढ़ के सेक्टर-48 की रहने वाली अनहद कौर मेहता ने शानदार प्रदर्शन कर ऑल इंडिया टॉपर बनी हैं। अमर उजाला से बातचीत में उन्होंने बताया कि परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत की थी। उन्होंने लक्ष्य तय कर रखा था कि परीक्षा में टॉप करना है और रिजल्ट भी उसी के अनुरूप आया है। 

भवन विद्यालय चंडीगढ़ से इंटर की पढ़ाई करने वाली अनहद कौर का कहना है कि नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी यानी एनएलयू से एलएलबी करने का लक्ष्य है और उन्हें अब दाखिला भी मिल जाएगा। वह एडवोकेट बनकर देश की सेवा करना चाहती हूं। उनके पिता जसप्रीत सिंह मेहता बेटी की सफलता पर खुश हैं। माता मनमीत कौर मेहता भी खुशी से फूले नहीं समा रहीं। 

वहीं, इस परीक्षा में देशभर में दूसरे स्थान पर रहे दिग्विजय सिंह ने भी परीक्षा के लिए कड़ी मेहनत की थी। उनकी इस उपलब्धि से उनका पूरा परिवार खुश है। उन्होंने बताया कि इस परीक्षा की तैयारी उन्होंने 10वीं पास करने के बाद ही शुरू कर दी थी। उन्होंने भवन विद्यालय चंडीगढ़ में पढ़ाई की थी। स्कूल का भी पूरा सहयोग मिला। 

इस परीक्षा के जरिए नेशनल लॉ स्कूल (एनएलएस) दिल्ली में उन्हें दाखिला मिलेगा, जहां से वह एलएलबी की पढ़ाई करेंगे। न्यायिक सेवा या सिविल सेवा में जाने की उनकी इच्छा है। उन्होंने बताया कि उनकी दो बड़ी बहनें हैं, उनका पूरा सहयोग मिला। सेक्टर-16 चंडीगढ़ निवासी दिग्विजय कहते हैं कि इस परीक्षा के लिए विद्यार्थियों को दो साल पढ़ाई करनी चाहिए। कड़ी मेहनत करें और नोट्स तैयार करें। सफलता जरूर मिलेगी।

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