• April 26, 2024 5:55 pm

रंगीन गैस के बादलों के बीच बना तारा, नासा के जेम्स वेब टेलिस्कोप ने खींची तस्वीर

17 नवंबर 2022 |  एक रेत की घड़ी की कल्पना कीजिए। यह कोई नॉर्मल घड़ी नहीं है। इसमें रेत ऊपर से नीचे जाने के बजाय बीच में ही इकट्ठा हो जाती है। कुछ इसी तरह का नजारा दुनिया के सबसे शक्तिशाली जेम्स वेब स्पेस टेलिस्कोप ने कैद किया है।

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने बुधवार को एक तस्वीर जारी की, जिसमें एक नए तारे को बनते देखा जा सकता है। इसे अंग्रेजी में प्रोटोस्टार कहा जाता है। फोटो में मौजूद प्रोटोस्टार अंतरिक्ष में गैस के बादलों (नेबुला) के बीच खुद को पूरा तारा बनाने के लिए मटेरियल जुटाता हुआ नजर आ रहा है। तारा बेहद छोटा और नया है।

टेलिस्कोप गर्म स्ट्रक्चर कैप्चर करने में माहिर
हम नॉर्मल लाइट में इतनी आसानी से नेबुला के रंगों को नहीं देख सकते। हालांकि, जेम्स वेब टेलिस्कोप के जरिए ये संभव है। इसमें नियर इंफ्रारेड कैमरा (NIRCam) लगा हुआ है, जो अलग-अलग प्रकार के गर्म स्ट्रक्चर्स और उनसे निकलने वाले रंगों की तस्वीर खींचने में सक्षम है। नई फोटो में भी बीचोंबीच एक डिस्क बन रही है, जिसे आमतौर पर देखना नामुमकिन होता है।

प्रोटोस्टार का नाम L1527
तस्वीर में नजर आ रहे प्रोटोस्टार का नाम L1527 है। यह तकरीबन 1 लाख साल पुराना है। हम फोटो में इसका जन्म होते देख रहे हैं। बीचोंबीच जो छोटी सी डिस्क दिख रही है, दरअसल वह हमारे सौर मंडल के आकार के बराबर है।

टेलिस्कोप समय में पीछे कैसे देखता है?
ऑब्जेक्ट जितना दूर होगा, हम समय में उसे उतना पीछे देख सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि रोशनी को ऑब्जेक्ट से हम तक पहुंचने में वक्त लगता है। जेम्स वेब टेलिस्कोप का आइना बहुत बड़ा है और उसकी मदद से वह ब्रह्मांड को 13.5 अरब साल पहले बनते देख सकता है। टेलिस्कोप के पास लंबी वेवलेंथ वाली इंफ्रारेड लाइट के जरिए ब्रह्मांड को देखने की क्षमता है, जिससे वह दूर की आकाशगंगाएं भी कैप्चर कर सकता है।

सोर्स :- “दैनिक भास्कर”                      

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