27 मार्च 2023 | कभी किसी ने आपसे पूछा है या आपके दिमाग में आया है कि आखिर धरती का अंत कैसे होगा? लोग अक्सर कहते हैं कि अंतरिक्ष से कोई बहुत बड़ी चट्टान या उल्कापिंड धरती से टकराएगा, तब पृथ्वी कई टुकड़ों में बंटकर नष्ट हो जाएगी. वैज्ञानिक भी इस सवाल का सही जवाब खोजने के लिए लंबे समय से शोध व अध्ययन कर रहे थे. अब वैज्ञानिकों को सफलता मिल गई. वैज्ञानिकों को नए अध्ययन में एक बाहरी ग्रह यानी एक्सोप्लेनेट से संकेत मिले हैं कि धरती का अंत कैसे होगा?
वैज्ञानिकों के मुताबिक, हमारे ग्रह पृथ्वी का वजूद सूर्य के अस्तित्व से है. साफ है कि जब तक पृथ्वी को सूर्य से प्रकाश मिलता रहेगा, तब तक हमारे ग्रह का अस्तित्व बना रहेगा. दरअसल, वैज्ञानिकों ने नए अध्ययन में एक्सोप्लेनेट को अपने तारे की ओर टकराने के लिए जाते हुए देखा है. धीरे-धीरे इस एक्सोप्लेनेट की अपनी कक्षा खत्म हो रही है. द एस्ट्रोनॉमिकल जर्नल लेटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रहों के जीवन चक्र को समझने के नजरिये से ये अध्ययन मील का पत्थर साबित होगा
ग्रह के अस्तित्व की पुष्टि में लगा समय
शोधकर्ताओं को पहले ही पता लग चुका है कि एक्सोप्लेनेट अपने तारे में समाकर नष्ट हो जाते हैं. ये अभी तक सिर्फ सैद्धांतिक तौर पर माना जाता रहा है. अभी तक नष्ट होते किसी ग्रह को नहीं देखा गया था. ऐसे में इस अध्ययन में वैज्ञानिकों को इस पूरी घटना को देखने का मौका मिल रहा है. नासा ने टेलीस्कोप की मदद से अपने तारे की ओर बढ़ रहे बाहरी ग्रह केप्लर 1658B की खोज 2009 में ही कर ली थी. हालांकि, इस बाहरी ग्रह के अस्तित्व की पुष्टि करने के लिए वैज्ञानिकों को एक दशक का समय लग गया था.