17 मार्च 2023 | चाइनीज शॉर्ट वीडियो एप TikTok की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है। सबसे पहले 2020 में भारत में डाटा प्राइवेसी को लेकर TikTok को बैन किया गया। उसके बाद अमेरिका जैसे कई देशों में TikTok बैन हुआ। हाल ही में ब्रिटेन ने भी डाटा प्राइवेसी को लेकर TikTok पर बैन लगाया है और अब न्यूजीलैंड ने सांसदों और देश की संसद के भीतर अन्य कार्यकर्ताओं को अपने सरकारी फोन पर टिकटॉक एप रखने पर प्रतिबंध लगाया है।
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि टिकटॉक पर यह बैन न्यूजीलैंड का संसदीय परिसर में लगभग 500 लोगों पर ही लागू होगा, न कि सभी सरकारी कर्मचारियों पर, हालांकि अमेरिका और ब्रिटेन में सभी सरकारी कर्मचारियों द्वारा टिकटॉक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है। न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस हिपकिंस ने कहा कि उनके फोन में टिकटॉक नहीं है और वे सोशल मीडिया ट्रेंड्स को फॉलो नहीं करते हैं।
टिकटॉक लेकर लंबे समय से बवाल हो रहा है। FBI जैसी कई अन्य एजेंसियों ने इसे लेकर चेतावनी दी है। एजेंसियों का कहना है कि TikTok की चीनी मूल कंपनी ByteDance, TikTok यूजर्स का डाटा जैसे ब्राउजिंग हिस्ट्री, लोकेशन और बायोमेट्रिक आईडी को चीन की सरकार के साथ साझा कर सकती है।
ब्रिटेन में लगा बैन
ब्रिटेन कैबिनेट कार्यालय मंत्री ओलिवर डाउडेन ने हाल ही में संसद में शॉर्ट वीडियो प्लेटफॉर्म टिकटॉक पर बैन की घोषणा की है। डाउडेन ने सांसदों से कहा कि इस तरह के जोखिम वाले एप से सरकारी डाटा और सूचनाओं को खतरा है। उन्होंने कहा कि संवेदनशील सरकारी सूचनाओं की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है, इसलिए आज हम चीन के स्वामित्व वाले सोशल मीडिया एप (टिकटॉक) को सरकारी उपकरणों से बैन कर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह कदम सुरक्षा विशेषज्ञों की सलाह पर उठाया जा रहा है।