13 मई 2023 ! राष्ट्रपति अर्दोआन की पार्टी का नाम एकेपी (जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी) है जबकि प्रमुख विपक्षी दल रिपब्लिकन पीपुल्स पार्टी नेशन अलायंस के तहत पांच अन्य दलों के साथ मिलकर चुनाव मैदान में है.
14 मई के चुनाव के नतीजों से ये साफ़ हो जाएगा कि तुर्की की जनता अर्दोआन के बीस साल में किए काम से ख़ुश है और अभी भी उनके नेतृत्व में भरोसा करती है या सत्ता में बदलाव चाहती है.
तुर्की इस साल अक्तूबर में गणतंत्र की शताब्दी मनाएगा. देश भर में बड़े पैमाने पर जश्न मनाने की तैयारियाँ चल रही हैं.
आधुनिक तुर्की के संस्थापक कहे जाने वाले कमाल अतातुर्क ने एक धर्मनिरपेक्ष और तुर्क राष्ट्रवादी राज्य के रूप में तुर्की गणराज्य की नींव रखी थी.
इस तरह से उस ऐतिहासिक ‘दौर-ए-उस्मानिया’ के तुर्क साम्राज्य का विनाश हो गया जो सैकड़ों सालों से इस्लामी क़ानून के मुताबिक़ चला आ रहा था.
साढ़े आठ करोड़ की आबादी वाले देश तुर्की के लिए शताब्दी समारोह एक बहुत बड़ा अवसर होगा, लेकिन कहा जाता है कि पिछले 20 सालों में तुर्की कमाल अतातुर्क का बनाया तुर्की नहीं रहा.
लोग कहते हैं कि राष्ट्रपति अर्दोआन के 2003 में सत्ता में आने के बाद से तुर्की को एक रूढ़िवादी सोच वाला देश बनाने की कोशिश में लगे हैं.
सोर्स :-“BBC न्यूज़ हिंदी”