बिलासपुर। सूखी अरपा में हर मौसम में पानी रहे इसके लिए सिंचाई विभाग एक बड़ी परियोजना को मूर्तरूप देने वाली है। इसके लिए अरपा नदी में बांध बनाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए सर्वे के साथ ही प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है। राज्य शासन ने 968 करोड़ से बनने वाली छपराटोला फीडर जलाशय परियोजना को सैद्धांतिक सहमति दे दी है।
अब उम्मीद है कि नई परियोजना से सूखी अरपा नदी में खोंगसरा से लेकर मस्तूरी तक हर समय पानी बहता रहेगा। सीआइडीसी की बोर्ड बैठक में बीते दिनों प्रदेश में सिंचाई विभाग की तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर चर्चा के बाद सैद्धांतिक स्वीकृति दे दी गई है। इसमें छपराटोला फीडर जलाशय का निर्माण भी शामिल है। अरपा नदी पर कोटा तहसील के ग्राम छपरापारा के पास यह जलाशय प्रस्तावित है।
इसकी लागत लगभग 968 करोड़ रुपये है। छपराटोला फीडर जलाशय का निर्माण का उद्देश्य अरपा नदी का संरक्षण कर ग्रामीणों की आजीविका का साधन बढ़ाना है। दरअसल बिलासपुर शहर के साथ ही जिले में अरपा नदी के संवर्धन व संरक्षण को लेकर तरह-तरह के प्रयास किए जाते रहे हैं। लेकिन सूखी अरपा नदी में पानी नहीं लाया जा सका है। योजना के अनुसार अरपा नदी में जलाशय बनने के बाद कोटा क्षेत्र के खोंगसरा से लेकर मस्तूरी तक हर मौसम में पानी बहता रहेगा। इससे आसपास के 22 गांवों में भू-जल संवर्धन तथा पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में मदद भी मिलेगी।
इन्होंने कहा
अरपा नदी में जल प्रवाह बनी रहे इसके लिए छपराटोला फीडर जलाशय नई परियोजना शुरू की जाएगी। इसके लिए 968 करोड़ स्र्पये का प्रस्ताव भेजा गया है। इस परियोजना से अरपा नदी के किनारे बसे जिले के 22 गांव लाभाविंत होंगे। साथ ही पर्यावरण संतुलन भी बनेगा और गिरते भू-जल की समस्या से निजात मिलेगी।
अशोक तिवारी कार्यपालन अभियंता,
कोटा संभाग
सिंचाई विभाग