जम्मू-कश्मीर हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों से सशक्त होगा। आयुष डिस्पेंसरियों को विस्तारीकरण करके इन्हें हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों में बदला जा रहा है। इसमें लोगों को आयुष चिकित्सा पदति से जोड़ने के साथ आधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी।
इसके अलावा हर्बल गार्डन का विस्तार किया जाएगा। लोगों के स्वास्थ्य स्क्रीनिंग के साथ उन्हें हेल्थ कार्ड मुहैया करवाए जाएंगे। यह सारी प्रक्रिया डिजिटल की जा रही है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर में 73 आयुष हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों का ई उद्घाटन कर जनता को समर्पित किया।
प्रदेश में वर्ष 2019-20 के लिए 94 आयुष हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों को मंजूरी दी गई थी, जिसमें 21 को पहले ही शुरू किया जा चुका है और बाकी 73 में से जम्मू में 42 और कश्मीर में 31 केंद्रों को बुधवार शुरू किया गया। जिला जम्मू में शामाचक्क, बासपुर और सोहल क्षेत्र में ये केंद्र स्थापित हैं। आईएसएम के सहायक जिला मेडिकल आफिसर जम्मू डा. सुरेश शर्मा ने बताया कि आयुष हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों में चिकित्सा सुविधाओं के साथ हर्बल गार्डन का विस्तार किया जाएगा।
इसमें एडवाइजरी में जगह के हिसाब से 15 पौधे लगानेका प्रस्ताव है, जिसमें स्थानीय पौधों को भी लगाया जाएगा। इसके अलावा 18 से 70 आयु वर्ग के लोगों की स्वास्थ्य स्क्रीनिंग की जाएगी, जिसमें उनके शारीरिक प्रकृति की जांच की जाएगी, कि उन्हें भविष्य में कैसे बीमारियों से बचाया जा सके। इसमें डिजिटल तौर पर लाभार्थियों का फैमिली फोल्डर बनेगा, जिसमें उन्हें हेल्थ कार्ड जारी किए जाएंगे। ये डेटा आधार लिंकड होगा, ताकि वे कहीं भी चिकित्सा सुविधा का लाभ पा सकें।
इन केंद्रों पर 8 किस्म के सामान्य लेबोरेटरी टेस्ट किए जाएंगे। इसमें गर्भधारण, खून, मधुमेह, हैपेटाइटिस, एचआईवी आदि के टेस्ट होंगे। लोगों को हर्बल दवाओं को लेकर जागरूक किया जाएगा। उन्हें योग का भी लाभ मिलेगा। जम्मू कश्मीर में वर्ष 2020-21 के लिए 100 अन्य हेल्थ एंड वेलनेस केंद्र मंजूर हुए हैं। इसके अलावा वर्ष 2021-22 के लिए 123 ऐसे केंद्र प्रस्तावित किए गए हैं।