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छत्तीसगढ़ी संस्कृति तीज त्योहार भोजन और रहन-सहन हीनता का प्रतीक नहीं बल्कि उस पर हमें गर्व होना चाहिए

03 मई 2022 | छत्तीसगढ़ी संस्कृति तीज त्योहार भोजन और रहन-सहन हीनता का प्रतीक नहीं बल्कि उस पर हमें गर्व होना चाहिए। एक समय छत्तीसगढ़ी बोली का उपहास किया जाता था परंतु आज वह हमारी राजभाषा है और उसका राजगीत भी है। सोमवार को मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के सुहेला में आयोजित 76वें महाअधिवेशन में सीएम भूपेश बघेल ने यह बात कही।

उन्होंने समाज के महापुरुषों को पुष्पांजलि देकर प्रतिभाओं का सम्मान करने के बाद कहा कि सरकार एक ओर किसानों की समृद्धि के लिए तो दूसरी ओर छत्तीसगढ़ी संस्कृति और रहन-सहन को बढ़ावा देने के लिए तथा तीसरी ओर महापुरुषों के स्मारकों को आगे बढ़ाने का काम कर रही है।

रासायनिक खादों का भूमि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने के कारण भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए वर्मी कंपोस्ट डालने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि इससे हमारे द्वारा उत्पादित फल सब्जी और अनाज जहरीले नहीं होंगे वहीं गो पालन का व्यवसाय भी लाभदायक रहेगा।

कार्यक्रम में जनकराम वर्मा, मन्नूलाल परगनिहा, राकेश वर्मा, सीमा वर्मा, नंदकुमार वर्मा, धोपेश्वर वर्मा, केसरीलाल वर्मा, रामकुमार वर्मा, रघुनंदनलाल वर्मा, कुशल वर्मा, महेंद्र वर्मा, मोती वर्मा, भुनेश्वरी वर्मा, दुलारी वर्मा, जागेश्वर वर्मा, डोमेश्वरी वर्मा, लक्ष्मी बघेल, लक्ष्मी वर्मा, अदिति बघमार, कुशल वर्मा, मोती वर्मा, डॉ. केके नायक, सुहेला सरपंच सविता संतोष वर्मा, किशोर वर्मा, शीतल वर्मा, बुद्धालाल नायक, थनवार वर्मा, सहित बड़ी संख्या में समाज के पदाधिकारी उपस्थित थे।

कुम्हारी बांध बनाकर देने का आश्वासन भी दिया
उन्होंने बताया कि 8 साल पुराने कुम्हारी बांध का टेंडर स्टील की कीमत पर वृद्धि होने के कारण टेंडर निरस्त हो गया है। सीएम ने क्षेत्र के किसानों को आश्वासन दिया कि कुम्हारी बांध की मांग को पूरा कर कुर्मी समाज के पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष स्व. रामकुमार सिरमौर को सही मायने में श्रद्धांजलि देंगे।

समाज की महिलाओं ने सीएम को 85 किलो ठेठरी-खुर्मी से तौला
कार्यक्रम का संचालन छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज अर्जुनी राज के महामंत्री गोपाल वर्मा ने किया। कार्यक्रम के दौरान मंच में केंद्रीय अध्यक्ष और अर्जुनीराज प्रधान ने मुख्यमंत्री का शॉल और साफा से स्वागत किया।

सुहेला की महिलाओं ने मुख्यमंत्री को 85 किलो छत्तीसगढ़ी व्यंजन ठेठरी-खुर्मी से तौला, हालांकि व्यवस्था 1 क्विंटल तक थी। मुख्यमंत्री ने समाज के 15 से अधिक विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद प्रदान किया तथा केंद्रीय अध्यक्ष चोवाराम वर्मा, राजप्रधान भुनेश्वर वर्मा तथा पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष व समाज के संरक्षक बिपिन बिहारी वर्मा सहित मंच पर बैठे सामाजिक प्रतिनिधियों से सामाजिक गतिविधियों पर चर्चा की।

अब विधवा कर सकेगी कुंवारे से विवाह जिस पर था सामाजिक प्रतिबंध
इसके पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष चोवाराम वर्मा ने छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़िया और समाज का मुख्यमंत्री होने को गौरव बताते हुए कहा कि उनकी उपस्थिति दर्शाती है कि कुर्मी समाज सशक्त समाज के रूप में स्थापित हो रहा है। उन्होंने महत्वपूर्ण घोषणा की कि अब युवावस्था में विधवा होने पर वह कुंआरे युवक से विवाह कर सकेगी जबकि पहले इस पर सामाजिक प्रतिबंध था।

इसी तरह मृत व्यक्ति को कफ़न के रूप में अग्नि, जल, वायु,आकाश और पृथ्वी के नाम पर केवल 5 कपड़े से ढंकने की घोषणा की। उल्लेखनीय है कि पहले समाज का हर व्यक्ति मृत व्यक्ति के कफन का कपड़ा लेकर आता था। अब नई व्यवस्था में मृतक के परिवार से दो, ससुराल से दो तथा एक कफन समाज की ओर से दिया जाएगा जो अन्य समाज के लिए भी प्रेरणादायक होगा।

Source;- ‘’दैनिक भास्कर

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