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वन विभाग की वेबसाइट पर मिलेगी पूरी जानकारी, मानसून के लिए 7 लाख पौधे होंगे तैयार

28  दिसंबर 2022 |  प्रतापगढ़ में वन विभाग की नर्सरी में पौधों की जानकारी विभाग की वेबसाइट पर अब केवल एक क्लिक पर मिल जाएगी। प्रदेश के सभी जिलों में स्थापित नर्सरी अब ऑनलाइन है। नर्सरी में कितने पौधे और कौन-कौन सी किस्म उपलब्ध है। इसकी भी पूरी जानकारी मिलेगी। पौधों की किस्मों की जानकारी ऑनलाइन होने से घर बैठे देख सकेंगे कि कौन सा पौधा और कितनी संख्या में उपलब्ध है। इससे लोगों का समय बचेगा जानकारी के अनुसार वन विभाग साल भर नर्सरी में पौधे तैयार करता है। लोग नर्सरी में अपनी पसंद के पौधे खरीदने के लिए जाते हैं। यहां सरकार की ओर से तय दर पर पौधे मिलते हैं। इसके कारण पर्यावरण प्रेमी और आमजन सरकारी नर्सरी से पौधे खरीदना पसंद करते हैं, लेकिन कई बार नर्सरी पर पहुंचने के बाद पता चलता था कि यहां उनकी पसंद वाला पौधा उपलब्ध नहीं है। इससे बचने के लिए ऑनलाइन पहले ही पता किया जा सकेगा। लोगों की माने तो पौधों की जानकारी ऑनलाइन होने से फायदा होगा। जबकि पहले विभाग की नर्सरी तक जाना होता था।

ऑनलाइन फॉरेस्ट नर्सरी सर्विस भी उपलब्ध
नर्सरी की जानकारी वन विभाग की वेबसाइट पर आसानी से मिल जाएगी। यहां होम पेज ओपन करने के बाद नर्सरी वाले सेक्शन में जाकर पौधों की उपलब्धता और किस्म की जानकारी आसानी से मिल जाएगी। जिलों के नर्सरी के पौधों की पूरी जानकारी ऑनलाइन फॉरेस्ट नर्सरी सर्विस पर दी गई है।

जिले में कहां कितनी नर्सरी
जिले में कुल 17 नर्सरी हैं। सभी की जानकारियां ऑनलाइन फॉरेस्ट नर्सरी सर्विस पर उपलब्ध है। यहां से पौधों की किस्म और कितने अभी उपलब्ध है यह केवल एक क्लिक पर मिल जाएगा। जिले में करमदिया, अरनोद, सालमगढ़, दलोट, सुहागपुरा, पांडवा, मेहंदी खेड़ा, जवाहर नगर, पारसोला, हीरावासा, बाराकीबाड़ी, पीपलखूंट, बख्तोड, केलामेला, पुंगातालाब, बारावरदा, बरडिया मैं नर्सरी है। इन सभी नर्सरी में छायादार फलदार वृक्ष के पौधे शामिल है जिसमें अमरूद, जामुन, आंवला, महुआ, गुंदा, अशोक, नीम, करंज, चुरैल, बहेड़ा, मौलश्री, गुल्मोर, कचनार, सेमल, शीशम, अर्जुन, खिरनी, बांस, बादाम, शहतूत, हवन, अशोक, आदि के पौधे इन नर्सरी ओ में तैयार हो रहे हैं।

मानसून सीजन के लिए 7 लाख पौधे तैयार
वन विभाग से मिली जानकारी आगामी मानसून को लेकर वन विभाग के द्वारा करीब 7 लाख पौधे इन नर्सरी में तैयार किए जा रहे हैं। इन पौधों की देखरेख करने के लिए प्रत्येक नर्सरी में 2 कर्मचारी लगाए गए हैं। आगामी मानसून के समय तैयार पौधों को यदि कोई संस्थान एनजीओ लेना चाहता है तो उसको 15 रुपए पर पौधे में विभाग उपलब्ध कराएगा। जिसमें प्रत्येक पौधे की ऊंचाई करीब 2 फीट की रहेगी। पौधों की तैयारी की जा रही है अगले मानसून सत्र में पौधे बनकर तैयार होंगे। जहां पर प्रत्येक पौधे की जानकारी ऑनलाइन नजर आएगी।

इनका ये कहना
सभी नदियों की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध है। इससे लोगों को पौधों की किस्म व कितनी संख्या में उपलब्ध है इसकी जानकारी आसानी से मिल जाएगी।
सुनील कुमार, डीएफओ, प्रतापगढ़

सोर्स :- “दैनिक भास्कर”                      

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