- तबाही मचाने के लिए कोरोना की दूसरी लहर धीमी पड़ गई है. लेकिन, खतरा अभी भी टला नहीं. विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि जल्द ही तीसरी लहर आ सकती है.
18-जून-2021 | तबाही मचाने के लिए कोरोना की दूसरी लहर धीमी पड़ गई है. लेकिन, खतरा अभी भी टला नहीं. विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि जल्द ही तीसरी लहर आ सकती है. ऐसी खबरें थी कि तीसरी लहर से बच्चों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है. लेकिन, WHO-AIIMS के सर्वे ने साफ कर दिया है कि बच्चों पर इसका कोई ज्यादा प्रभाव नहीं होगा. ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं, जिनसे यह साबित हो सके कि तीसरी लहर बच्चों को प्रभावित करेगी.
सर्वे में क्या सामने आया?
ANI के मुताबिक, WHO और AIIMS के सर्वे में सामने आया है कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की आशंका कम है. सर्वे में वयस्कों के मुकाबले बच्चों में Sars-COV-2 की सीरो पॉजिटिविटी रेट ज्यादा थी. यह सर्वे देश के 5 राज्यों में किया गया था. इस सर्वे में 10 हजार नमूने लिए गए थे.
दवाओं को लेकर गाइडलाइन जारी
सरकार तीसरी लहर को लेकर सतर्क है. सरकार ने गाइडलाइन में कहा है कि कोरोना के वयस्क मरीजों में काम आने वाली आइवरमेक्टिन, हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन, फैविपिराविर जैसी दवाएं और डाक्सीसाइक्लिन और एजिथ्रोमाइसिन जैसी एंटीबायोटिक दवाएं बच्चों के इलाज के लिए सही नहीं हैं.
टला नहीं है खतरा
देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर अभी थमा नहीं है. कोरोना से होने वाली दैनिक मौतों का आंकड़ा अब भी चिंता का सबब बना हुआ है. पिछले एक हफ्ते से लगातार कोरोना के नए केस एक लाख से कम दर्ज किए जा रहे हैं. देश में बीते 24 घंटों में 67,208 कोरोना मरीज मिले हैं और 2,330 लोगों की जान चली गई है. इससे एक दिन पहले, 62,224 नए मामले सामने आए थे.
‘डेल्टा प्लस’ वेरिएंट से महाराष्ट्र में तीसरी लहर का अंदेशा
कोरोना वायरस लगातार अपना रूप बदल रहा है. अब इस वायरस का नया वेरिएंट मिला है. जिसे ‘डेल्टा प्लस’ या ‘एवाई.1’ नाम दिया गया है. यह कोरोना के ‘डेल्टा’ वेरिएंट से बना है, जिससे बहुत ज्यादा संक्रमण बढ़ा था. इसी बीच महाराष्ट्र में राज्य द्वारा नियुक्त टास्क फोर्स ने आशंका व्यक्त की कि अगर कोरोना गाइडलाइंस का पालन नहीं किया गया तो राज्य को एक या दो महीने में महामारी की तीसरी लहर प्रभावित कर सकती है. इस के चलते सीएम उद्धव ठाकरे ने वरिष्ठ डॉक्टरों और अधिकारियों को ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में दवाएं और स्वास्थ्य उपकरण सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया है.
Source : “Zee News”