27 अक्टूबर 2021 | पिछले दो सालों से हम कोरोनावायरस के साथ जीना सीख रहे हैं। इस वायरस से बचाव करने के लिए हमें हर वक्त हाथ वॉश करने की और हाथों पर सैनिटाइजर लगाने की आदत पड़ गई है। दिवाली का त्योहार नज़दीक है तो घर आंगन तो दीयों से रोशन होंगे ही ऐसे में आपको सतर्क रहने की भी जरूरत है। अगर आप सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आग के संपर्क में नहीं आएं वरना आपकी जान को खतरा हो सकता है। आइए जानते हैं कि दिवाली के दिन अगर आप सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो सेफ्टी के कौन-कौन से नियमों का पालन करना जरूरी है।
दीये जला रहे हैं तो सेनिटाइजर से रहें दूर:
अगर आप अपने घरों में दिये जला रहे हैं तो ऐसे में सेनिटाइजर का प्रयोग नहीं करें बल्कि हाथों को साफ करने के लिए पानी से वॉश करें। सेनिटाइजर को अल्कोहल से बनाया जाता है। एक बोतल सेनिटाइजर में 70 प्रतिशत तक अल्कोहल हो सकता है। ऐसे में आप हाथ में सेनिटाइजर लगा कर दीप या पटाखा जलाते हैं तो आप के हाथ में आग तेज़ी से पकड़ने का खतरा हो सकता है। अल्कोहल ज्वलनशील पदार्थ है, इसलिए खतरे से बचने के लिए दीप लगाने से पहले हाथ को अच्छे से साफ कर लें।
इन जरूरी बातों का भी रखें ध्यान:
घर के अंदर पटाखे नहीं जलाएं क्योंकि वहां ऐसी कई चीज़े होती हैं जिससे आग पकड़ने का खतरा होता है। अपने पास एक बोतल पानी जरूर रखें।
छोटे बच्चों के हाथों पर सैनिटाइजर नहीं लगाएं। बच्चों को पटाखों से दूर रखें ताकि उनके मुंह में धुंआ न जाए।
छोटे बच्चे के पास अगर पटाखें जला रहे हैं तो पटाखा जलाते वक्त सूती कपड़े का इस्तेमाल करें। फुलझड़ी जलाते वक्त भी बच्चों को दूर रखें या बच्चों के पटाखों के साथ अकेला न छोड़ें।
अगर पटाखे जलाते समय आपकी आंखों में किसी तरह की चिंगारी चली गई है तो फटाफट आंखों को ठंडे पानी से वॉश करें।
अगर आपके हाथ जल गए हैं, तो ऐसे में हाथों पर क्रीम लगाए। घी या तेल जख्म पर नहीं लगाएं इससे जलन बढ़ेगी। जलने पर कभी भी ठंडे पानी का प्रयोग न करें, जले हुए हिस्से पर नॉर्मल पानी तब तक डालते रहें जब तक जलन कम न हो।
Source :-जागरण