19-जून-2021 | देश में साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. यहां साइबर क्राइम को रिपोर्ट किया जा सकेगा. साइबर फ्रॉड केवजह से जिन लोगों के पैसे का नुकसान हो रहा है उनके लिए ये हेल्पलाइन फायदेमंद साबित हो सकती है. किसी ने फ्रॉड करके आपके अकाउंट से पैसे उड़ा लिए हैं तो ये आपकी मदद करेगा. आइए विस्तार से बताते हैं कि ये हेल्पलाइन काम कैसे करेगा और आपको क्या करना होगा.होम मिनिस्ट्री की तरफ जारी इस हेल्पलाइन नंबर 155260 पर कॉल करके शिकायत दर्ज कराई जा सकती है. साइबर क्राइम फ्रॉड होने की स्थिति में यहां कॉल कर सकते हैं. आपको बता दें कि इसे 1 अप्रैल 2021 को ही सॉफ्ट लॉन्च किया गया था, लेकिन अब ये ऑपरेशनल है.
सरकार के मुताबितक 155260 हेल्पलाइन नंबर इंडियन क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर ने ऑपरेशनल किया है. इसके लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया सहित दूसरे बड़े बैंक्स, वॉलेट, ऑनलाइन मर्चेंट्स और पेमेंट बैंक की भी हिस्सेदारी सुनिश्चित कराई गई है. दी सिटिजन फिनांशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग एंड मैनेजमेंट सिस्टम को साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर यानी 14C ने तैयार किया है. इसके तहत फिलहाल सात राज्य होंगे जिनमें दिल्ली, मध्य प्रदेशन, राजस्थान, तेलंगाना, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ शामिल हैं. यानी यहां रहने वाले लोग साइबर फ्रॉड होने पर शिकायत कर सकेंगे. आने वाले समय में इसे पूरे देश के लिए तैयार कर दिया जाएगा. तब कहीं से भी इस नंबर पर कॉल करके साइबर फ्रॉड रिपोर्ट किए जा सकेंगे. सॉफ्ट लॉन्च दो महीने पहले हुआ था और बताया जा रहा है कि दो महीने के अंदर ही लोगों के 1.85 करोड़ रुपये फ्रॉड के हाथ में जाने से बच गए हैं. इनमें दिल्ली में 58 लाख रुपये और राजस्थान से 53 लाख रुपये बचे हैं. सरकार के मुताबिक इससे बैंक और पुलिस एंपावर होंगे, क्योंकि इसमें न्यू ऐज टेक्नोलॉजी का यूज किया गया है जिससे लगभग रियल टाइम में ही ऑनलाइन फ्रॉड से जुड़ी जानकारियां शेयर की जाती हैं. आपके साथ साइबर फ्रॉड हो जाए तो ऐसे में क्या किया जा सकता है? आप 155260 पर कॉल कर सकते हैं. यहां स्टेट पुलिस के लोग होते हैं. पुलिस आपकी डीटेल्स नोट करेगी और बेसिक पर्सनल डीटेल्स मांगी जाएगी. इसके बाद टिकट जेनेरेट होगा और इसे ऑपरेटर दी सिटिजन फिनांशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग एंड मैनेजमेंट सिस्टम मे दर्ज कर देगा.