नीतीश कुमार की सरकार पर सवाल उठाते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “आइएएस अफसर जी कृष्णैया की मॉब करने के साथ सिर पर गोली चलाकर हत्या कर दी गई थी और आज बिहार सरकार ने जो फैसला लिया है उससे उनकी दोबारा हत्या की जा रही है।”
उन्होंने कहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ये भूल रहे हैं कि उस समय किसकी सरकार थी। क्या लालू यादव उस समय जी कृष्णैया की पत्नी से मिले थे? आखिर क्या वजह है कि आप एक आईएएस अफसर की हत्या करने वाले शख्स के लिए जेल मैनुअल को बदल रहे हैं? एक आदमी को छोड़ने के लिए आप कानून में संशोधन कर रहे हैं।
ओवैसी ने कहा – देश में विपक्षी एकता पर घूम रहें है नीतीशउन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार पूरे देश में विपक्षी एकता के नाम पर घूम रहे हैं और खुद को प्रधानमंत्री उम्मीदवार बता रहे हैं। आप 2024 में दलित समुदाय को बोलेंगे कि आपने एक दलित अफसर की हत्या करने वाले आनंद मोहन को रिहा कर दिया।
बता दें कि आनंद मोहन गोपालगंज को डीएम जी. कृष्णैया की हत्या के मामले में जेल हुई थी। साथ ही आनंद मोहन के साथ-साथ 27 अन्य कैदियों को रिहा करने का भी आदेश दिया गया था। अब उनकी रिहाई के बाद नीतीश सरकार के ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं कि आनंद मोहन की रिहाई के लिए जेल नियमों में बदलाव किए गए हैं।
सोर्स :- ” पत्रिका”