• June 3, 2024 1:15 pm

काशी से डिब्रूगढ़ का सफर कराने वाला दुनिया का सबसे लम्बा भारतीय रिवर क्रूज कितना लग्जरी है?

02  जनवरी 2023 |  देश को जल्‍द ही लग्‍जरी क्रूज मिलने वाला है. इसका नाम है गंगा विलास (GANGA VILAS). यह दुनिया का सबसे लम्‍बा रिवर क्रूज है. 13 जनवरी को पीएम मोदी इसे काशी से हरी झंडी दिखाएंगे. भारत में खासतौर पर विदेशी पर्यटकों के लिए यह विशेष आकर्षण होगा. यह काशी से डिब्रूगढ़ के बीच 50 दिनों में 4 हजार किलोमीटर का सफर तय करेगा. गंगा विलास कई मायनों में खास होगा. काशी से डिब्रूगढ़ के बीच यह 50 पर्यटक स्‍थलों से होकर गुजरेगा.

‘गंगा-विलास’ देश में बना पहला रिवर क्रूज है. इसके पहले सफर में 32 स्विस नागरिकों को शामिल किया गया है. 4 हजार किलोमीटर के सफर में पर्यटक वाराणसी की गंगा आरती के दर्शन करते हुए काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और सुंदरबन डेल्टा से होकर गुजरेंगे. यह क्रूज बांग्लादेश में करीब 1,100 किमी की यात्रा करेगा. यह कई हाइटेक सुविधाओं से लैस है. यात्र‍ियों के लिए यह सफर ऊबाऊ न हो इसके लिए कई इंतजाम किए गए हैं.

गंगा विलास के ओनर राज सिंह के मुताबिक, सफर के दौरान क्रूज पर म्‍यूजिकल और डांस प्रोग्राम ऑर्गेनाइज किए जाएंगे. कई तरह के कल्‍चरल प्रोग्राम होंगे. इसके अलावा इसमें स्‍टडी रूम और आधुनिक लाइब्रेरी की व्‍यवस्‍था भी की गई है. पयर्टक प्राकृतिक खूबसूरती का आनंद उठा सकें, इसके लिए ओपन स्‍पेस बालकनी बनाई गई है. 6 जनवरी को यह क्रूज काशी पहुंचेगा.

क्रूज में स्‍पा, सैलून और एंटरटेनमेन जोन भी बनाया गया है. यहां इंडोर गेम्‍स खेले जा सकेंगे. इसके अलावा कई तरह के भारतीय व्‍यंजनों को परोसा जाएगा. राज सिंह का कहना है, वाराणसी से डिब्रूगढ़ के सफर में यात्र‍ियों को उत्तर प्रदेश के ODOP और जीआई टैग वाले उत्‍पादों से रूबरू कराया जाएगा. जो स्विस पर्यटक क्रूज का सफर करेंगे उन्‍हें वाराणसी के आध्‍यात्मिक स्‍थलों का भ्रमण कराया जाएगा. उन्‍हें भारतीय संस्‍कृति से रूबरू कराया जाएगा.

क्रूज में 18 सुइट्स होंगे. इसके अलावा लकड़ी के खिलौने, गाजीपुर का वॉल हैंगिंग समेत क्रूज कई तरह के भारतीय उत्‍पादों से डेकोरेट रहेगा. क्रूज के कई हिस्‍सों में भारतीय हस्तशिल्पियों के हुनर की छाप दिखेगी. क्रूज की लम्‍बाई 62 मीटर और चौड़ाई 12.8 मीटर चौड़ाई है.

सोर्स :- ” TV9 भारतवर्ष |”   

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