• April 27, 2024 10:46 am

प्रभारी मंत्री श्री सिंहदेव टीला में करेंगे गौधन न्याय योजना का शुभारंभ

ByPrompt Times

Jul 21, 2020
छत्तीसगढ़ के डीजीपी डीएम अवस्थी(Chhattisgarh DGP DM Aawasthi News) का वीडियो आया सामने

*जिले में 83 हज़ार 671 पशुधनों से लगभग प्रतिदिन 418 मैट्रिक टन गोबर की प्राप्ति, प्रत्येक 45 दिनों में होगा 9413 मैट्रिक टन वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन*

बलौदाबाजारस्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव अपरान्ह 3 बजे पलारी विकासखण्ड के ग्राम टीला में गोधन न्याय योजना का शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता लोकसभा सांसद श्री गुहाराम अजगले करेंगे। विशेष अतिथि के रूप में इस मौके पर संसदीय सचिव एवं स्थानीय विधायक सुश्री शकुन्तला साहू, संसदीय सचिव श्री चन्द्रदेव प्रसाद राय, विधायक श्री शिवरतन शर्मा, विधायक श्री प्रमोद शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री राकेश वर्मा, कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र शर्मा, पाठ्यपुस्तक निगम के अध्यक्ष श्री शैलेश नितिन त्रिवेदी, पलारी जनपद पंचायत अध्यक्ष श्री खिलेंद्र वर्मा, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती भारती मोनू और सरपंच श्रीमती चमेली बाई गेन्डरे उपस्थित होंगी। उल्लेखनीय है कि जिले की छह विकासखण्ड के 81 गौठानों में गोधन न्याय योजना की शुरुआत होगी। कल तक 61गोठान में खरीदी का लक्ष्य था पर जिला पंचायत की युद्ध स्तर तैयारी के चलते यह सँख्या आज 81 हो गयी हैं। जिसमें बलौदाबाजार जनपद पंचायत के अंतर्गत 11 गाँव, भाटापारा 12,पलारी 14,कसडोल 13 सिमगा 12 एवं बिलाईगढ़ के 14 गाँवो के गोठानो में  ग्रामीणों और पशुपालकों से 2 रुपये किलो के हिसाब से गोबर खरीदा जायेगा। इन गौठानों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कलेक्टर श्री सुनील कुमार जैन ने इस सिलसिले में टीला गौठान का दौरा किया है। योजना के क्रियान्वयन के संबंध में पशुधन विभाग के उपसंचालक डॉ सी के पांडेय ने बताया कि जिले मेंजिले में 83 हज़ार 671 पशुधनों से लगभग प्रतिदिन 418 मैट्रिक टन गोबर की प्राप्ति होगी जिससे आम नागरिक, गौपालक एवं किसानों को प्रतिदिन करीब 8 लाख 40 हज़ार की अतिरिक्त आय का सृजन होगा। इसके साथ ही प्रत्येक 45 दिनों में 9413 मैट्रिक वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन होगा जिसका खुला बाजार में लगभग 9 करोड़ 42 लाख के करीब मूल्य हैं। वर्मी कंपोस्ट खाद से जैविक कृषि को बढ़ावा देने एवं रासायनिक उर्वरकों की उपयोगिता में कमी आयेगी। योजना की शुरुआत को लेकर ग्रामीणों और पशुपालकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है l

अशोक कुमार टंडन

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