30-सितम्बर-2021 | गुजरात टेक्निकल यूनिवर्सिटी (जीटीयू) में ऐसे लोगों के लिए एक अलग से सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया गया है, जो भारतीय परंपरा को समझना चाहते हैं और वैदिक प्रक्रिया में शामिल होना चाहते हैं। यूनिवर्सिटी के कुलपति नवीन सेठ ने बताया कि छात्रों के लिए यह कोर्स शुरू किया गया था, लेकिन इसमें कोई भी शामिल हो सकता है। इसमें अब तक देश और विदेश से कुल 600 आवेदन आए हैं। यूनिवर्सिटी की ओर से स्टडी ऑफ वेद, इंडियन कल्चर, स्टडी पुराण, स्टडी इन कौटिल्य, स्टडी ऑफ उपनिषद सहित कुल 12 अलग-अलग सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया जाएगा। कुलपति नवीन शेठ ने बताया कि इस कोर्स के लिए सभी विषय के लिए आवेदन आए हैं। इसके लिए अफ्रीका, केन्या, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड से भी आवेदन आए हैं। कोर्स ऑनलाइन चलाया जाएगा।
यूनिवर्सिटी ने खुद तैयार किया कोर्स का सिलेबस
इस कोर्स को ऑलाइन करने वाले छात्रों को गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी की तरफ से एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा। पढ़ाई करने वाले लोग कहीं पर भी इस कोर्स के लिए मान्य होंगे। यदि कोई वैदिक कोर्स करता है तो उसे वेद के अलग-अलग हिस्से पढ़ाए जाएंगे। इसके लिए शिक्षकों की नियुक्ति भी की गई है। शिक्षक छात्रों वेद-पुराण के बारे में डिटेल पढ़ाएंगे। सिलेबस भी यूनिवर्सिटी ने ही तैयार किया है।
ये हैं 12 कोर्स
वेदों का अध्ययन, प्राचीन वास्तुकला अध्ययन, पुराणों का अध्ययन, प्राचीन भारतीय कलाओं का अध्ययन, उपनिषदों का अध्ययन, कौटिल्य का राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र, धर्म और सम्प्रदायों का अध्ययन, भारतीय प्राचीन अभिजात साहित का अध्ययन, प्राचीन भारतीय संस्कृति और परंपरा का अध्ययन, प्राचीन भारतीय विज्ञन और तंत्रज्ञान का अध्ययन, प्राचीन भारतीय राजाओं और साम्राज्यों का अध्ययन, भारतीय संस्कृति और सभ्यता के वैश्विक पदचिन्हों का अध्ययन शामिल हैं।
फार्मेसी में भी तीन अल्पकालिक कोर्स
फार्मेसी में तीन माह के कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। जिसमें सर्टिफिकेट कोर्स फार्मास्युटिकल क्वालिटी सिस्टम एंड ऑडिट कम्पलेन, रिवर्स इंजीनियरिंग एप्रोचिस इन फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट डेवलपमेंट, गुड मैन्युफेक्चरिंग प्रेक्टिस इन बायोलॉजिकल प्रोडक्ट्स शामिल हैं।
Source:-दैनिक भास्कर