• May 12, 2024 4:08 am

क्या शरद पवार के फैसले से खुश नहीं अजित? सुप्रिया सुले ने कहा- दादा की इच्छा पूरी हो

24 जून 2023 ! महाराष्ट्र (Maharashtra) में जारी सियासी हलचल तेज हैं. एनसीपी नेता अजित पवार ने प्रतिपक्ष नेता के पद को लेकर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए नयी कार्यकारी अध्‍यक्ष सुप्रिया सुले की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्‍होंने कहा कि यदि ये दादा की इच्‍छा है, तो इसे पूरा होना चाहिए. हालांकि इस बारे में संगठन फैसला लेगा. अजित पवार ने एनसीपी के स्थापना दिवस के मौके पर मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में खुद को नेता विपक्ष पद से हटाए जाने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि इसमें रस नहीं आ रहा है. एनसीपी के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने बुधवार को पार्टी नेतृत्व से अपील की कि उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी से मुक्त कर दें और पार्टी संगठन में कोई भूमिका सौंपें.

एनसीपी के 24वें स्थापना दिवस कार्यक्रम में पवार ने यह मांग रखी. ताजा अटकलों को हवा देने वाली एक टिप्पणी में पवार ने कहा, ‘मुझे बताया गया है कि मैं नेता प्रतिपक्ष के तौर पर सख्त व्यवहार नहीं करता हूं. मुझे नेता प्रतिपक्ष के रूप में काम करने में कभी दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन पार्टी विधायकों की मांग पर यह भूमिका स्वीकार की थी. पवार ने कहा कि मेरी मांग पर फैसला करना नेतृत्व पर निर्भर है. मुझे पार्टी संगठन में कोई भी पद दे दें. मुझे जो भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, उसके साथ पूरा न्याय करूंगा.’

अजित पवार ने यह बयान तब दिया, जब मंच पर शरद पवार भी मौजूद थे. इस बयान से एनसीपी के कई नेता हैरान रह गए. उनमें से एक ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने हाल ही में की गई संगठनात्मक सुधार घोषणाओं से वह निराश हैं और इस तरह की बातें कर रहे हैं. दरअसल, हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को नया कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था. इस बदलाव से अजित पवार की नाराजगी के कयास लगाए जा रहे थे. अब अजित पवार ने खुद को नेता विपक्ष पद से हटाए जाने की मांग के बाद एक बार फिर NCP में दरार दिख रही है.

शरद पवार ने एक महीने बाद, उन्होंने राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल और लोकसभा सांसद सुप्रिया सुले को पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्षों के रूप में घोषित किया. जिसके बाद यह माना जा रहा है की अजीत पवार इस फैसले से नाराज है और उसी बीच अजीत पवार का ऐसे बयान सामने आने पर NCP में दरार साफ नजर आ रही है. अजित पवार के बयान पर शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. राउत ने कहा ये एनसीपी का अंदरूनी मामला है. बड़ा सवाल ये है कि बीआरएस और वंचित बहुजन अघाड़ी पार्टी कहीं बीजेपी की टीम के तौर पर काम तो नहीं कर रहे हैं.

अजित पवार के इस बयान पर अब एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने प्रतिक्रिया दी है. सुप्रिया सुले ने कहा, मेरा मानना है कि अजीत दादा की इच्छा पूरी हो. दादा को संगठन में मौका देना है या नहीं यह फैसला संगठनात्मक फैसला है. उन्होंने कहा, मुझे बहुत खुशी है कि दादा भी संगठन में काम करना चाहते हैं. इससे कार्यकर्ताओं में उत्साह पैदा होगा.

सोर्स :-“न्यूज़ 18 हिंदी|”   

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