6 मई 2023 ! कर्नाटक में चुनाव प्रचार का शोर थमने के साथ ही भाजपा नेताओं के राजस्थान में दौरे शुरू होने वाले हैं। 10 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिरोही आने का प्लान बन चुका है। अगले दौर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा के दौरे होने वाले हैं। दरअसल प्रधानमंत्री अपने आगाज में यहां के नेताओं और कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार करने वाले हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री के आईटी सेल ने राजस्थान का फीडबैक लेना शुरू कर दिया है। इसके तहत यहां के अहम नेताओं को वो भरपूर जोश दिलाने की कोशिश करेंगे।
दरअसल हालही राजस्थान भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी को बनाया गया है। पार्टी के मुताबिक उनका राजस्थान में स्थापित नेताओं ने ना चाहते हुए भी गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। स्वागत समारोह के बाद से ही भाजपा के सभी नेता अपने मोड में ही काम में लग गए हैं। इसका नतीजा क्या होगा, यह तो आने वाला समय ही बतायाएगा।
लेकिन…प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आबू रोड में ब्रह्मकुमारी आश्रम में होने वाली सभा में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी की पीठ थपथपा सकते हैं और उनकी तारीफ कर सकते हैं, ताकि यहां के नेताओं को स्पष्ट संदेश चला जाए कि चुनावों में उनको कैसे काम करना है? वहीं 10 मई को संभवत: यह भी तय हो जाएगा कि राजस्थान के चुनावों में पीएम मोदी तो चेहरा होंगे ही, लेकिन साथ में उनके कौनसा चेहरा होगा? हम बात कर रहे हैं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की। भाजपा की सेंट्रल टीम के पास पूरा फीडबैक है। 13 मई को कर्नाटक के रीजल्ट आने के बाद भी भाजपा राजस्थान में अपनी सियासत में बदलाव कर सकती है, दरअसल कर्नाटक में येदीयुरप्पा को मार्गदर्शक मंडल में भेजे जाने के बाद उन्हें स्टार प्रचारक बनाया गया। तब तक देरी हो चुकी थी, कर्नाटक में भाजपा के परिणाम आशानुरुप नहीं रहे तो राजस्थान में भी समझिए देरी तो हो चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अगला निशाना राजस्थान में भी वोटों के ध्रुवीकरण का हो सकता है। वे कर्नाटक से यहां बजरंद दल बनाम बजरंग बली का विवाद छेड़ सकते हैं। राजस्थान की कानून व्यवस्था को लेकर वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को घेर सकते हैं। ध्रुवीकरण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान में कन्हैयालाल हत्या कांड का मुद्दा भी उठा सकते हैं जो भाजपा प्रवक्ता और नेता लगातार उठा भी रहे हैं, लेकिन इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पीड़ित कन्हैयालाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी और 51 लाख का मुआवजा देकर माहौल को अपने पक्ष में कर चुके हैं।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिरोही जिले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिरोही, उदयपुर के सीटों पर फोकस कर सकता है, लेकिन सच यह है कि सिरोही जिला इस वक्त मेवाड़ और मारवाड़ की कड़ी है। यहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जातियों के गणित पर भी अपना पक्ष रख सकते हैं। ऐसा कर वे मेवाड़ और मारवाड़ की 50 से अधिक सीटों पर अपना प्रभाव छोड़ने की कोशिश करेंगे। बहरहाल मौजूदा सियासी माहौल में दोनों ही राजनीतिक दलों के लिए राह बहुत मुश्किल है।
सोर्स :“खास खबर”