16 जनवरी 2023 | डिजिटल क्रांति के बाद ऑनलाइन मॉर्केंटिग का क्रेज लोगों में खूब बढ़ा है। दिल्ली-मुबंई जैसे मेट्रों शहरों से बाहर निकलकर अब छोटे शहरों, कस्बों, गांव में भी लोग ऑनलाइन शॉपिंग को तरजीह दे रहे है। लोगों के शॉपिंग कल्चर में आए इस बदलाव को देखते हुए बड़ी कंपनियां, दुकान, स्टोर, शॉपिंग मॉल आदि अपना ऐप और वेबसाइट लॉन्च कर चुके हैं। जिसके जरिए उनके ग्राहक घर बैठे-बैठे खरीदारी कर रहे हैं। लेकिन छोटे और मंझोले दुकानदार और कारोबारी अभी इस तकनीकी क्रांति से दूर हैं। ऐसे में वो अपने बिजनेस को लेकर अभी पुराने तरीके पर ही निर्भर है। लेकिन उन्हें यह समझ है कि ऐप और वेबसाइट से जुड़कर वो भी ऑनलाइन शॉपिंग के क्षेत्र में उतर सकते हैं। हालांकि तकनीकी जानकारी नहीं होने के कारण वो इस झमेले में पड़ने से बच रहे हैं। ऐसे कारोबारियों के लिए युवा उद्यमी सौरव कुमार और उनकी टीम आशा की नई किरण लेकर आए हैं।
ऐप और वेबसाइट से जुड़ेंगे ऑफलाइन स्टोर्स
कई ऐप और वेबसाइट को तैयार कर चुके सौरव अब एक छोटे कारोबारियों के लिए ऐप और वेबसाइट बना रहे हैं। जिससे सभी ऑफलाइन स्टोर्स ऐप और वेबसाइट पर आकर अपने बिजनेस को नई पहचान दे सकेंगे। सौरव ने बताया कि मेरी टीम इस काम पर काफी समय से लगी थी। जो अब पूरा होने जा रहा है। हमलोग सभी ऑफ लाइन स्टोर्स को ऑनलाइन ऐप और वेबसाइट से जोड़ने की दिशा में काम कर रहे हैं।
ऑफलाइन स्टोर्स से खरीदारी होगी आसान
सौरव ने बताया कि इससे लोग आसानी से किसी भी स्टोर्स से खरीदारी कर सकेंगे। इसपर सौरव और उनकी टीम कई समय से कार्य कर रही थी जो अब जाकर पूरा होने जा रहा है। इससे पहले भी सौरव ने लोगों के लिए कई सारे वेबसाइट और मोबाइल ऐप बना चुके हैं जो उन्हें उनके कार्य से और ज्यादा अनुभव दिलाता है।
बचपन से ही सौरव को थी कंप्यूटर में रुचि
मूलरूप से बिहार के मोतिहारी के रहने वाले सौरव डिजिटल इंडिया को मुहिम को बुलंद कर रहे हैं। सौरव को बचपन से ही डिजिटल या कहे की कंप्यूटर की दुनिया में काफी रुचि थी। जब वो किसी को कोडिंग वेबसाइट डिजाइन करते देखते या इससे संबंधित कोई बातचीत होने पर उनका ध्यान वहां चला जाता, जिस वजह से सौरव ने अपना पूरा ध्यान वेब डिजाइन और ऐप डेवलेपमेंट में लगा दिया। और अब सौरव अपने इस स्किल के माध्यम से लोगों को निशुल्क सहयोग कर रहे है।
द गोल्डन एज 17 नामक किताब भी लिख चुके हैं सौरव
सौरव ने “द गोल्डन एज 17” नामक एक किताब भी लिखी है। जो आज के नव युवा के लिए काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है। जिसमे उन्होंने विस्तार से कुछ महत्त्वपूर्ण बिंदुओं पर फोकस किया है कि जैसे स्किल्स टू डेवलप, हाउ टू अर्न टू योर स्किल्स, हाउ टू जेनरेट योर फर्स्ट इनकॉम, हाउ टू स्टार्ट योर फर्स्ट स्टार्टअप इत्यादि।
सोर्स :- ” पत्रिका”