धमतरी। बोर सिंचाई सुविधा के माध्यम से रबी सीजन में धान फसल लेने वाले किसानों के खेतों में संकर प्रजाति की धान फसल लगभग तैयार है। किसानों की इस तैयार फसल पर खराब मौसम का खतरा मंडराने लगा है, इससे रबी में धान फसल लेने वाले किसान चिंतित नजर आ रहे हैं।
11 अप्रैल को दिनभर आसमान में बादल छाया रहा। इससे पहले तेज आंधी तूफान के साथ दो दिन रुक-रुककर रात में अच्छी बारिश भी हुई। खराब मौसम का यह दौर रबी सीजन में धान फसल लेने वाले किसानों की चिंता बढ़ा दी है। किसान दिनेश सिन्हा, गजेंद्र कुमार साहू, भीमसेन, पुनारद राम, हीरा सिंह आदि ने बताया कि बोर सिंचाई सुविधा से रबी सीजन में धान फसल लेने वाले किसानों के खेतों में इन दिनों फसल निकलकर तैयार होने लगी है।
अर्ली वैराइटी की फसल लेने वाले कुछ किसानों के फसल पककर तैयार भी है। कुछेक किसानों ने तैयार फसल की कटाई-मिंजाई शुरू कर दी है।
ऐसे किसानों के लिए खराब मौसम का यह दौर बहुत ही खतरनाक है। तैयार फसल पर आंधी तूफान और बेमौसम बारिश होने से किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका है। ऐसे किसान चिंतित नजर आ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जिले के 40 हजार हेक्टेयर क्षेत्र से अधिक रकबा में बोर सिंचाई के माध्यम से किसानों ने रबी सीजन में इस साल धान फसल लगाई है।
नहर सिंचाई सुविधा वाले किसानों को पानी की जरूरत
धमतरी जिले में करीब 18 हजार हेक्टेयर रकबा पर इस साल नहर सिंचाई पानी के माध्यम से रबी सीजन में किसानों ने धान फसल ली है। इन किसानों के खेतों में रबी धान फसल तैयार होने लगी है। फिलहाल पौधों की निंदाई अंतिम चरण पर है। शीघ्र ही धान के पौधों से बालियां निकलेंगी।
बेमौसम बारिश इन किसानों के धान फसल के लिए वरदान है, लेकिन आंधी तूफान से किसानों को नुकसान हो सकता है। क्योंकि किसानों के खेतों में धान की बालियां निकलने वाली है। ऐसे में तेज आंधी-तूफान से पौधे जमीन पर गिरने की आशंका है।
नहर सिंचाई सुविधा से धान फसल लेने वाले किसानों की धान फसल अप्रैल माह में पूरी तरह से पौधों में बालिया निकल आएंगी और तेज गर्मी के साथ पक जाएगी। फिलहाल इन किसानों के धान फसल को सिंचाई पानी की सख्त जरूरत है। किसान रतजगा कर धान के पौधों को तैयार करने में जुटे हुए हैं।