दिनांक ;- 11 फरवारी 2022 यूपी के विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान संपन्न होने के साथ ही सियासी घमासान अब उफान पर है। फिलहाल, पूर्वांचल के जिलों में अभी सियासी धमाचौकड़ी ना के बराबर है। छठें चरण के चुनाव के साथ ही 26 फरवरी से 5 मार्च तक भाजपा, सपा और कांग्रेस से लगाव अन्य सभी दलों के नेता पूर्वांचल में ही डेरा डाले रहेंगे।
भाजपा नेताओं का कहना है कि पूर्वांचल के छठे-सातवें चरण के मतदान वाले 19 जिलों की 111 विधानसभा सीटों में प्रचार और जनसंपर्क के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2017 की ही तरह एक बार फिर काशी को अपना केंद्र बनाएंगे। समझें, क्यों काशी ही बीजेपी के प्रचार और जनसंपर्क का केंद्र होगी…?
आस्था के केंद्र बाबा दरबार का कायाकल्प
PM मोदी की पहल पर काशीपुराधिपति बाबा विश्वनाथ का धाम देश और दुनिया के सामने एक नए स्वरूप में हैं। देश और दुनिया के श्रद्धालुओं के अलावा खासतौर से पूर्वांचल के अलग-अलग जिलों के लोगों की आवाजाही यहां लगी ही रहती है। भव्य और दिव्य बाबा धाम को देखकर शिव भक्त निहाल हो जाते हैं। बाबा धाम के कायाकल्प की गाथा एक बार फिर पूर्वांचल के लोगों को सुनाई जाएगी और यह भी बताया-समझाया जाएगा कि इसी तरह से राम जन्मभूमि भी भव्य और दिव्य आकार ले रही है।
बताएंगे, कैसे काशी में हुआ विकास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते साढ़े 7 साल से काशी के सांसद हैं और 5 साल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आवाजाही यहां लगातार लगी रही है। प्रधानमंत्री की पहल पर यहां के लोगों को पूर्वांचल के अन्य जिलों से बेहतर कनेक्टिवटी के लिए रिंग रोड फेज-1 और फेज-2 की सौगात मिली। इसके साथ ही फेज-3 का काम अब पूरा होने के कगार पर है। इसी तरह से प्रयागराज के हंड़िया से वाराणसी के राजातालाब तक नेशनल हाईवे को सिक्स लेन किया गया।
इसके अलावा बाबतपुर एयरपोर्ट से शहर को कनेक्ट करने के लिए फोर लेन सड़क की सौगात भी लोगों को प्रधानमंत्री की पहल पर ही मिली। गंगा घाटों का जीर्णोद्धार सहित अन्य विकास कार्य भी ऐसे हैं जो लोगों को दिखते हैं।
पूर्वांचल के जिलों के लोगों का लखनऊ का सफर अब आसान हो गया है। इसमें पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की अहम भूमिका है
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे ने बढ़ाई कनेक्टिविटी
पूर्वांचल के जिलों के लोगों का लखनऊ का सफर अब आसान हो गया है। इसमें पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की अहम भूमिका है। रोड कनेक्टविटी बढ़ाने के साथ ही सामान की ढुलाई और रोजगार के नए विकल्प पैदा करने में भी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे मददगार बन रहा है। वाराणसी से गाजीपुर होते हुए गोरखपुर फोरलेन का काम भी अंतिम दौर में है। इन सबके माध्यम से पूर्वांचल के लोगों को बताया जाएगा कि विकास के लिए भाजपा ने क्या किया।
भाजपा के दिग्गज नेता इस वक्त पूर्वांचल के वोटरों को साधने का प्रयास कर रहे हैं।
बताने-समझाने को और भी बहुत कुछ है
बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में एमसीएच विंग के साथ ही सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक के अलावा पीपीपी मॉडल पर कैंसर अस्पताल जैसे संस्थान वाराणसी में खोले गए। गंगा को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने का दावा पूरी तरह सही तो नहीं साबित हुआ लेकिन एसटीपी बनाए गए और अभी भी काम जारी है। इसके अलावा पुरानी काशी में विकास कार्य सहित बिजली के तारों के जाल से मुक्ति दिलाने जैसे अन्य विकास कार्य भी लगातार जारी हैं।
पिछली बार 100 सीटें जीते थे
2017 में मोदी लहर में पूर्वांचल के 20 जिलों में बीजेपी ने 100 सीटें जीती थी। कुशीनगर से गोरखपुर, आजमगढ़, बलिया होते हुए वाराणसी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही भाजपा के स्टार प्रचारक थे। वाराणसी में तो भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने 8 में से आठों विधानसभा सीट पर क्लीन स्विप किया था। ऐसे में एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी ही अपनी काशी और पूर्वांचल के अन्य जिलों में बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाते नजर आएंगे।
SOURCE ;- दैनिक भास्कर