22 मार्च 2022 |
सार
द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर मध्य प्रदेश में सियासत जारी है। सोमवार को पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने अपने समर्थकों के साथ द कश्मीर फाइल्स फिल्म देखी। वह साथ में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई, लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की फोटो लेकर पहुंचे थे। उन्होंने फिल्म देखने के बाद केन्द्र की भाजपा सरकार से पूछा कि वह बताए उन्होंने कश्मीर पंडितों के लिए क्या किया।
पीसी शर्मा –
विस्तार
द कश्मीर फाइल्स फिल्म पर मध्य प्रदेश में सियासत जारी है। सोमवार को पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने अपने समर्थकों के साथ द कश्मीर फाइल्स फिल्म देखी। वह साथ में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई, लालकृष्ण आडवाणी और पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की फोटो लेकर पहुंचे थे। उन्होंने फिल्म देखने के बाद केन्द्र की भाजपा सरकार से पूछा कि वह बताए उन्होंने कश्मीर पंडितों के लिए क्या किया।
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने फिल्म देखने के बाद कहा कि सभी को पता है कि फिल्म में दिखाई घटना के समय किसकी सरकार थी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बताए कि उन्होंने कश्मीरी पंडितों के लिए क्या किया। केन्द्र की यूपीए सरकार ने कश्मीरियों को मकान बना कर दिए है। भाजपा जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि फिल्म में कश्मीरी पंडितों की पीड़ा को बताया गया है। अब भाजपा को बताना चाहिए कि उन्होंने कश्मीरियों के लिए क्या किया है।
बता दें पीसी शर्मा अपने 50 समर्थकों के साथ संगीत टॉकीज में फिल्म देखी। इससे पहले कांग्रेस नेता गुड्डू चौहान ने कहा कि फिल्म में जिस समय के घटनाक्रम का उल्लेख किया जा रहा है, उस समय देश में अटल, आडवाणी और वीपी सिंह की केंद्र में सरकार चल रही थी। उस समय विश्वनाथ प्रताप सिंह प्रधानमंत्री थे। जनता दल की सरकार थी। जो भाजपा के समर्थन से बनी थी। इसलिए अटल, आडवाणी और वीपी सिंह की फोटो लेकर गए। चौहान ने कहा कि भाजपा अपने कृत्यों को छिपाने के लिए कांग्रेस पर दोष मढ़ रही है।
बता दें प्रदेश सरकार के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ और कांग्रेस विधायकों से फिल्म देखने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि वास्तविकता जानना चाहिए। नरोत्तम मिश्रा ने जम्मू में कश्मीरी पंडितों के साथ फिल्म देखी।
कश्मीरीपंडितोंकेबेघरहोनेकीकहानी
अनुपम खैर और मिथुन चक्रवर्ती स्टारर फिल्म द कश्मीर फाइल्स शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। फिल्म में 90 के दशक में कश्मीरी पंडितों को बेघर करने की कहानी दिखाई गई है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद से जुड़ी कई फिल्में अब तक आ चुकी हैं लेकिन अब एक ऐसी फिल्म आई है जिसमें दिखाया गया है कि कैसे आतंकियों ने कश्मीरी पंडितों को उनके घरों से भागने के लिए मजबूर कर दिया था।
Source :- “अमर उजाला”