14 अप्रैल 2023 | राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अलग व्यक्तित्व वाला बताते हुए बुधवार को कहा कि वह देश व देशवासियों के लिए समर्पित हैं और अपनी आवाज उठाते रहेंगे।
साथ ही गहलोत ने राज्य में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट द्वारा अपनी ही सरकार के खिलाफ ‘अनशन’ से जुड़े सवालों को यह कहते हुए टाल दिया कि ‘‘हमारा लक्ष्य केवल महंगाई (से) राहत है।’’
देश के विपक्षी दलों में राहुल गांधी की स्वीकार्यता संबंधी एक सवाल के जवाब में गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी की स्वीकार्यता पहले से ही बढी हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी का अलग व्यक्तित्व है। वह देश और देशवासियों के लिये समर्पित हैं। वह अपनी आवाज उठाते रहेंगे।’’
गहलोत ने कहा, ‘‘राहुल गांधी के खिलाफ भाजपा द्वारा सोशल मीडिया के जरिये जो षडयंत्र किया गया था वह नाकाम हो गया… भारत जोड़ो यात्रा में .. इसलिये आप देख लीजिये उस व्यक्ति (राहुल गांधी) को आपने (भाजपा) ने कहा कि आप लंदन में क्या बोलकर आ गये.. माफी मांगों और बोलने नहीं दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उनको (राहुल गांधी) को संसद के अंदर बोलने देते.. उसके बाद कहते कि हम आपसे संतुष्ट नहीं हैं माफी मांगों.. षडयंत्र करके पूरे सत्ता पक्ष ने संसद नहीं चलने दिया। आखिर में षडयंत्र किया गया.. जबसे वह भारत जोड़ो यात्रा में कामयाब हुए तब से भाजपा घबरा गई… प्रधानमंत्री खुद घबरा गये और जिस प्रकार से उन्होंने माहौल बनाया कि कैसे इस आदमी (राहुल गांधी) को आउट करना है संसद से और षडयंत्र तब तक का है।’’
गहलोत ने पायलट के ‘अनशन’ से जुड़े लगभग सभी सवालों को यह कहते हुए टाल दिया कि ‘‘हमारा लक्ष्य महंगाई राहत है और उसके अलावा हमारा ध्यान ना कहीं है और ना कहीं जाता है।’’
मुख्यमंत्री आवास पर संवाददाताओं से बातचीत में गहलोत ने पायलट द्वारा पूर्ववर्ती भाजपा नीत सरकार के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की मांग किए जाने के संबंधी सवाल पर कहा, ‘‘आपको मालूम है देश भर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जितने छापे यहां मारे हैं.. यहां चार-पांच आईएएस, आईपीएस सहित कितने लोगों को पकड़ा है, हिन्दुस्तान में ऐसा हुआ है कहीं?’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप ज्यादा छापे मारते हैं तो नकारात्मक सोच वाले लोग कहेंगे कि यहां बहुत भ्रष्टाचार है इसलिये छापे पड़ रहे हैं। इसका मतलब है कि छापे मारो ही नहीं… आपको करना ही नहीं है इसका मतलब… इसलिये यह सोच गलत है।’’
गहलोत ने कहा, ‘‘हमने ओपीएस (पुरानी पेंशन व्यवस्था) लागू करने का फैसला लिया है। कई अर्थशास्त्री सरकार के खिलाफ लेख लिख रहे हैं। सामाजिक सुरक्षा पर विचार किया जाना चाहिए। यह भाजपा के खिलाफ लड़ाई नहीं, विचारधारा की लड़ाई है।’’
उन्होंने कहा राजस्थान को देश का अग्रणी राज्य बनाने के मिशन 2030 के लिए महंगाई राहत शिविरों का रोडमैप तैयार कर लिया गया है। पहले चरण में 700 शिविर लगेंगे। प्रदेश में दो महीनों में 2,700 कैंप लगाये जायेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘राजस्थान अब पिछले 20-30 वर्षों में इतना आगे बढ गया है कि हमें गर्व होना चाहिए। हम अब ऐसी स्थिति में हैं कि राजस्थान को मिशन का रूप दे सकते हैं।’’
भाजपा के नये प्रदेशाध्यक्ष द्वारा उठाये गये सांप्रदायिकता के मुद्दे के सवाल पर जवाब देते हुए गहलोत ने कहा, ‘‘मेरा लक्ष्य 2030 है.. उसमें महंगाई राहत पहला कदम है और कई कदम उठाये जायेंगे.. हमने रोड मैप बना रखा है.. कौन क्या कर रहा है हमें उससे कोई मतलब नहीं है.. हमें जनता की सेवा करने का जनादेश मिला था .. हमने कसर नहीं छोडी है.. यह देश पूरा जानता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अभी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने जो ट्वीट किया है.. पहली बार जो राज्य ने (राजस्थान) योजनाओं की उपलब्धियां हासिल की हैं.. वो राज्य योजनाओं का नेतृत्व प्रदान कर रहा है अन्य राज्यों को इससे बड़ा सौभाग्य हमारा क्या होगा कि हमारे आलाकमान ने यह टिप्पणी की है.. यह हमारे लिये गर्व की बात है और हमारा लक्ष्य सेवा करने का है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मिशन 2030 है। जनता को लगना चाहिए कि सरकार ने हमारे लिये काम किया। सरकार बदलने पर ये योजनाएं रहेंगी या नहीं कह नहीं सकते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश में विचारधारा का संघर्ष है। प्रधानमंत्री को सामाजिक सुरक्षा कानून बनाना चाहिए।’’
गहलोत ने कहा, ‘‘हम सिर्फ महंगाई राहत शिविर की बात करेंगे। हमारा लक्ष्य है कि हम महंगाई राहत शिविर में ज्यादा से ज्यादा लोगों को राहत प्रदान करेंगे। मेरा ध्यान लेफ्ट-राइट नहीं जाता है। महंगाई राहत ही फोकस है।’’
सोर्स :-” पंजाब केसरी”