• April 27, 2024 2:26 am

गुजरात दौरे पर राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत- दिवंगत नेता अहमद पटेल की प्रथम पुण्यतिथि में होंगे शामिल

25  नवम्बर 2021 | राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को एक दिन की यात्रा पर गुजरात आएंगे। कांग्रेस के दिवंगत नेता अहमद पटेल की प्रथम पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गहलोत भरूच पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार जयपुर एयरपोर्ट से रवाना होकर सूरत पहुंचेंगे सूरत से वे बाय रोड भरूच अंकलेश्वर जाएंगे। मुख्यमंत्री गहलोत यहां पर दिव्यांग सहायता शिविर में शामिल होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सचिव रहे वरिष्ठ नेता दिवंगत अहमद पटेल की गुरुवार को प्रथम पुण्यतिथि है। भरूच अंकलेश्वर में उनका पुण्यतिथि कार्यक्रम आयोजित किया गया है गहलोत में शिरकत करने के लिए गुरुवार को भरूच पहुंच रहे हैं। गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं पिछले विधानसभा चुनाव में अशोक गहलोत गुजरात कांग्रेस के प्रभारी थे लेकिन इस बार उनके खास सिपहसालार एवं पूर्व मंत्री रघु शर्मा को कांग्रेस ने प्रभारी नियुक्त किया है।

गुजरात की राजनीति में राजस्थान की हमेशा दखलअंदाजी रही है। गुजरात में राजस्थान के नेताओं के पार्टी प्रभारी बनने की एक लंबी परंपरा है। कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी दोनों ही दलों में राजस्थान के नेता प्रभारी बनते आए हैं। राजस्थान के वरिष्ठ नेता भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज ओम माथुर करीब एक दशक तक गुजरात भाजपा के प्रभारी रहे इसके बाद केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने गुजरात भाजपा का प्रभार संभाला।

कांग्रेस में राजस्थान कांग्रेस के नेता मोहन प्रकाश, अशोक गहलोत भी प्रभारी रहे हैं। गहलोत कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से गुजरात के राजनीतिक हालात का जायजा भी ले सकते हैं। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस व भाजपा के अलावा एआईएमआईएम तथा आम आदमी पार्टी भी चुनाव मैदान में रहेगी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी लंबे समय से गुजरात में सक्रिय है तथा माना जा रहा है कि वह कांग्रेस के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ेगी। उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी मुलायम सिंह यादव एवं अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने की संभावनाएं तलाश रही है ऐसे में गुजरात में सफलता हासिल करने के लिए आम आदमी पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकती है।

गुजरात कांग्रेस के प्रभारी कांग्रेस में आपके गठबंधन के मामले में पहले ही कह चुके हैं कि यह स्थानीय नेताओं कि राय पर निर्भर करता है। कांग्रेस अपनी महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी पार्टी एनसीपी के साथ हुई गठबंधन को तैयार नजर नहीं आती है ऐसे में आम आदमी पार्टी के साथ उनके गठबंधन की बात थोड़ा मुश्किल लगती है। क्योंकि कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी मुख्य रूप से सूरत अहमदाबाद तथा सौराष्ट्र इलाके में अपनी जमीन मजबूत करने में लगे ऐसे में एक दूसरे के लिए सीटे छोड़ना दोनों ही दलों के लिए मुश्किल होगा।

Source:-“जागरण”

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