27-जुलाई-2021 | वडोदरा के पास हरिधाम सोखड़ा से वडोदरा को दुनिया में पहचान दिलाने वाले वाले और लाखों युवाओं को सच्चाई की राह पर ले जाने वाले संत हरिप्रसाद स्वामी का मंगलवार सुबह स्वर्गवास हो गया। भक्तों ने स्वामी का पार्थिव शरीर अस्पताल के बाहर फूल बिछा दिए थे। वहीं, स्वामीजी के अंतिम दर्शन के लिए सोखडा मंदिर में हजारों भक्तों का जमावड़ा है। हरिभक्तों का कहना है कि भले ही स्वामी भौतिक रूप में हमारे साथ नहीं थे। लेकिन, हमारी आत्मा में वे हमेशा अमर रहेंगे। हम स्वामी के बताए रास्ते पर आगे बढ़ेंगे। आज हमने अपनी आत्मा के माता-पिता को खो दिया है और इस नुकसान की भरपाई कभी नहीं हो सकती।
भक्तों ने 1 किमी तक की सड़क फूलों से सजाई
हरि प्रसाद स्वामीजी के पार्थिव सिर को अस्पताल से सोखड़ा ले जाना है, हरि भक्तों ने अनुशासित तरीके से फूल बरसाने के लिए अस्पताल के बाहर से सोखड़ा मंदिर तक लाइन लगा दी है। हरिभक्तों द्वारा मंदिर से मुख्य द्वार तक करीब एक किलोमीटर के रास्ते को गुलाब की पंखुड़ियों से सजाया गया है।
रिभक्तों की आत्मा में रहूंगा : स्वामी
आदर्श वाक्य को जीवंत करने वाले हरिभक्त गौरांगभाई ने कहा कि स्वामी हमसे कभी दूर नहीं थे और आज भी दूर नहीं गए हैं। वह हमेशा हमें बता रहे थे, संत प्रकट और अप्रकट दोनों ही रूपों में रहते हैं। मैं हमेशा के लिए बरकरार रहूंगा। मैं हरिभक्तों की आत्मा में रहूंगा।
Source;-“दैनिक भास्कर”