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बाइडन के आवास और निजी कार्यालय से मिले गोपनीय दस्तावेजों की जांच के लिए विशेष वकील नियुक्त

13 जनवरी 2023 | अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक गारलैंड ने गुरुवार को राष्ट्रपति जो बाइडन के निजी कार्यालय और आवास पर गुप्त दस्तावेजों के मिलने की जांच के लिए एक विशेष वकील की नियुक्ति की घोषणा की। गारलैंड ने घोषणा की कि जांच पूर्व कैरियर न्याय विभाग अभियोजक और मैरीलैंड जिले के पूर्व अमेरिकी अटॉर्नी रॉबर्ट हूर द्वारा की जाएगी।

वाशिंगटन डीसी में बाइडन के निजी कार्यालय से बरामद ये दस्तावेज उस समय के हैं जब वह 2009 से 2016 तक उपराष्ट्रपति थे। उन्होंने कहा कि हूर उन मामलों की जांच करेंगे जो अमेरिकी अटॉर्नी जॉन आर लॉश जूनियर द्वारा प्रारंभिक जांच के विषय थे, जो पेन बाइडन सेंटर फॉर डिप्लोमेसी एंड ग्लोबल एंगेजमेंट और विलमिंगटन, डेलावेयर, राष्ट्रपति जोसेफ आर बाइडन जूनियर के निजी निवास में पाए गए गुप्त दस्तावेजों या अन्य रिकॉर्डों को संभावित अनधिकृत रूप से हटाने और बनाए रखने से संबंधित थे।

गारलैंड ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा कि लॉश की प्रारंभिक जांच के आधार पर मैंने निष्कर्ष निकाला कि विशेष वकील नियमों के तहत एक विशेष वकील नियुक्त करना सार्वजनिक हित में है। जब से लॉश ने जांच जारी रखी तब से विभाग ने विशेष वकील के रूप में नियुक्ति के लिए हूर की पहचान की।

गारलैंड ने कहा कि यह नियुक्ति जनता के लिए विशेष रूप से संवेदनशील मामलों में स्वतंत्रता और जवाबदेही दोनों के लिए विभाग की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है और निर्विवाद रूप से केवल तथ्यों और कानून द्वारा निर्देशित निर्णय लेती है। जांच के लिए अपनी नियुक्ति के बाद हूर ने कहा कि वह संतोषजनक, निष्पक्ष और अपक्षपाती निर्णय के साथ सौंपी गई जांच का संचालन करेंगे। उन्होंने एक बयान में कहा कि मैं बिना किसी डर या पक्षपात के तथ्यों का तेजी से और पूरी तरह से पालन करने का इरादा रखता हूं और इस सेवा को करने के लिए मुझ पर किए गए भरोसे का सम्मान करूंगा।

इसके तुरंत बाद राष्ट्रपति के विशेष वकील रिचर्ड सॉबर (Richard Sauber) ने कहा कि व्हाइट हाउस जांच में पूरा सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि जैसा कि राष्ट्रपति ने कहा है, वह गोपनीय सूचनाओं और सामग्रियों को गंभीरता से लेते हैं और जैसा कि हमने कहा है, हमने उस क्षण से सहयोग किया है जब हमने अभिलेखागार को सूचित किया था कि बहुत कम दस्तावेज पाए गए है और हम सहयोग करना जारी रखेंगे।

इससे पहले बाइडन ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि वह गोपनीय दस्तावेजों और गोपनीय सामग्री को गंभीरता से लेते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैंने यह भी कहा कि हम न्याय विभाग की समीक्षा के साथ पूरी तरह से सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उस प्रक्रिया के हिस्से के रूप में मेरे वकीलों ने अन्य स्थानों की समीक्षा की जहां मेरे समय में उपराष्ट्रपति के रूप में दस्तावेजों को संग्रहीत किया जा सकता था, और उन्होंने कल रात समीक्षा पूरी की। बाइडन ने कहा कि उन्होंने मेरे घर और मेरे निजी पुस्तकालय में भंडारण क्षेत्रों और फाइल कैबिनेट में वर्गीकृत चिह्नों के साथ कुछ दस्तावेजों की खोज की।

बाइडन के आवास और निजी कार्यालय से कुछ और गोपनीय दस्तावेज मिले : व्हाइट हाउस
‘व्हाइट हाउस’ ने गुरुवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के आवास और उनके निजी कार्यालय से कुछ और गोपनीय दस्तावेज मिले हैं। वाशिंगटन में बाइडन के निजी कार्यालय से बरामद ये दस्तावेज 2009 से 2016 के बीच के हैं, जब वह उपराष्ट्रपति थे।

राष्ट्रपति कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ के विशेष वकील रिचर्ड सॉबर ने एक बयान में कहा कि नवंबर 2022 में पेन बाइडन सेंटर में सरकारी दस्तावेज मिलने के बाद और न्याय विभाग के साथ निकटता से समन्वय करते हुए, राष्ट्रपति के वकीलों ने बाइडन के विलमिंगटन और रेहोबोथ बीच, डेलावेयर, आवासों की तलाशी ली। ये उन स्थानों में शामिल हो सकते हैं जहां पर 2017 में सत्ता हस्तांतरण के समय उपराष्ट्रपति कार्यालय से फाइल भेजी गई होंगी। सॉबर ने कहा कि वकीलों ने बीती रात तलाशी पूरी कर ली।

इस हफ्ते की शुरुआत में, राष्ट्रपति बाइडन ने मेक्सिको में संवाददाताओं से कहा कि उन्हें यह जानकर आश्चर्य हुआ कि कुछ वर्गीकृत दस्तावेज एक निजी कार्यालय में पाए गए थे। बाइडन ने कहा था कि वह इस बात से अनजान हैं कि उन कागजात में क्या है और अधिकारियों के साथ ‘‘सहयोग’’ कर रहे हैं।

‘व्हाइट हाउस’ ने पूर्व में कहा था कि न्याय विभाग यहां बाइडन के थिंक-टैंक कार्यालय में मिले पिछले ओबामा-बाइडन प्रशासन से ‘‘वर्गीकृत चिह्नों के साथ कुछ दस्तावेजों की समीक्षा कर रहा है। बाइडन ने कहा था कि मुझे इस बारे में बताया गया और यह जानकर आश्चर्य हुआ कि वहां कोई सरकारी रिकॉर्ड था जो उस कार्यालय में ले जाया गया था। हालांकि मुझे नहीं पता कि दस्तावेजों में क्या है।’सोर्स :-“अमर उजाला ”                         

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