• April 25, 2024 6:39 am

स्टूडेंट्स ने नीट में फहराया परचम-साेशल मीडिया से दूरी बनाकर और सही मार्गदर्शन की बदाैलत आजाद नगर की अनसुईयां ने 720 में से 686 अंक हासिल किए

2 नवंबर 2021 | काेई भी लक्ष्य हासिल करना हाे ताे उसके लिए अच्छा मार्गदर्शक मिलना जरूरी है जाे हमें सही-गलत और आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। सही मार्गदर्शन और 10 से लेकर 12 घंटे की कड़ी मेहनत के बल पर हिसार और आसपास जिलों के स्टूडेंट्स ने नीट की परीक्षा में सफलता प्राप्त कर परचम फहराया है।

विज्ञान धारा संस्थान से काेचिंग हासिल करने वाली साकेत काॅलाेनी की छात्रा अनसुईयां ने साेशल मीडिया से दूरी बनाकर और उचित मार्गदर्शन की बदाैलत नीट की परीक्षा में 720 में से 686 अंक हासिल किए। अन्य स्टूडेंट ने भी परीक्षा में सफलता हासिल कर नाम राेशन किया है। भास्कर ने नीट की परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले स्टूडेंटस से उनकी सफलता काे लेकर बात की। सफल हाेने वाले स्टूडेंट्स ने कुछ यूं कहा.

दूसरे प्रयास में हासिल की सफलता 12 घंटे रोज की पढ़ाई : अनसुईयां

मैं आजाद नगर की साकेत काॅलाेनी की रहने वाली हूं। दूसरे प्रयास में नीट की परीक्षा में सफलता हासिल की है। काेचिंग और सेल्फ स्टडी काे मिलाकर 12 घंटे अपनी पढ़ाई काे देती थी। इसके साथ पिछले दाे साल से साेशल मीडिया से दूर रही। जब भी मेरा हाैसला कमजाेर हाेता था ताे माता-पिता और विज्ञान धारा के डायरेक्टर रमन शर्मा मेरा साथ देकर हाैसला बढ़ाते थे। डाॅक्टर बनकर गरीब लाेगाें का फ्री में इलाज करना चाहती हूं। विज्ञान धारा के टीचराें के मार्गदर्शन के कारण ही सफल हाे सकी हूं।” -अनसुईयां, निवासी साकेत काॅलाेनी।

किसान के बेटे ने पाई सफलता, सटीक मार्गदर्शन के कारण मिली कामयाबी

मैं फतेहाबाद के मानावाली गांव का रहने वाला हूं। नीट के एग्जाम में 654 अंक प्राप्त िकए। पिता रमेश खेतीबाड़ी कर परिवार का पालन पाेषण करते हैं। पिछली बार नीट का एग्जाम पास नहीं कर सका था। मगर इसके बाद भी मैंने हिम्मत नहीं हारी। विज्ञान धारा संस्थान के टीचराें के सटीक मार्गदर्शन के कारण अब सफलता मिली हैं। रोज 10 से लेकर 12 घंटे तक प्रैक्टि्स करता था। स्टूडेंट्स काे किसी भी परिस्थियाें में हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। मेहनत जारी रखनी चाहिए। एक दिन सफलता जरूर मिलती हैं।” अनुराग साहू, वासी मानावाली, फतेहाबाद।

पिछली बार असफल रहा मगर नहीं मानी हार : मोहित लाठर

मैं मूल रूप से जींद के जुलाना का रहने वाला हूं। नीट का एग्जाम िपछली बार क्लियर नहीं कर सका था। मगर हार नहीं मानी। इस बार टीचराें के सही मार्गदर्शन के कारण सफलता मिली तथा 652 अंक प्राप्त किए। मैं 9 से लेकर 10 घंटे तक पढ़ाई करता था। पिता सुखबीर सिंह खेतीबाड़ी कर परिवार का पालन पाेषण करते हैं। अब डाॅक्टर बनकर लाेगाें का उपचार कर सेवा करने में अहम भूमिका निभाऊंगा।” -माेहित लाठर, वासी जुलाना, जींद।

गुरुकुल पद्धति पर आधारित है विज्ञान धारा संस्थान

विज्ञान धारा संस्थान के डायरेक्टर रमन शर्मा ने बताया कि नीट की परीक्षा में हर साल उनके इंस्टीट्यूट के 20 प्रतिशत स्टूडेंट पास हाेते हैं। इस बार भी 102 में 22 ने परीक्षा पास की है। इंस्टीट्यूट गुरुकुल पद्धति पर आधारित है। स्टूडेंट काे उचित मार्गदर्शन देकर सफलता का रास्ता दिखाया जाता है।

Source :- “दैनिक भास्कर”

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