छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रयुक्त आमाराइट शब्द शिक्षकों, पालकों व बच्चों के लिए बिल्कुल नया है। यह छत्तीसगढ़ में बच्चों द्वारा खेले जाने वाले एक खेल आइ एम राइट का अपभ्रंश आमाराइट है।
बेमेतरा । 16-जुलाई-2021 | छत्तीसगढ़ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रयुक्त आमाराइट शब्द शिक्षकों, पालकों व बच्चों के लिए बिल्कुल नया है। यह छत्तीसगढ़ में बच्चों द्वारा खेले जाने वाले एक खेल आइ एम राइट का अपभ्रंश आमाराइट है। कोरोना संक्रमण के चलते अभी भी शालाओं में बच्चों की उपस्थिति बंद है। बच्चों की पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग नए-नए माध्यमों का उपयोग किया जा रहा है। जैसे आमाराइट प्रायोजना। नाम से ही स्पष्ट है कि यह प्रायोगिक एवं प्रोजेक्ट आधारित प्रायोजना है, जिसमें बच्चों के साथ पालकों के भी सक्रिय भूमिका है। यह ग्रीष्मकालीन प्रायोजना है। जिसमें बधों कोरोना काल में बच्चों को सक्रिय अधिगम व सिखने के सभी उद्देश्य की पूर्ति करता हैं। यह योजना को राज्य के सभी शालाओं में लागू किया गया है। इस प्रयोजना को पूर्ण करने में शिक्षक पूरे लगन के पूर्ण कराने में बच्चों एवं पालको को पे्ररित कर रहे हैं। ऐसे ही विकासखण्ड साजा के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला खैरझिटिकला के एक शिक्षक आनंद कुमार ताम्रकार प्रयोजना के माध्यम से बच्चों को सक्रिय अधिगम के लिए पे्ररित कर रहे हैं। ताम्रकार ने अपने कार्यो का उल्लेख कर इस प्रायोजना का उल्लेख कर इस प्रायोजना के लिए शासन को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
Source;–“नईदुनिया न्यूज”