6 मई 2023 – वर्तमान में सर्दी-खांसी और वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। यही कारण है कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल और जिला अस्पताल में ओपीडी मरीजाें की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
कुछ दिनों से लगातार बारिश होने के बाद मौसम साफ होते ही उमस और गर्मी बढ़ गई है। मौसम के उतार चढ़ाव का असर स्वास्थ्य पर भी काफी पड़ रहा है। वर्तमान में सर्दी-खांसी और वायरल फीवर के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। यही कारण है कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल और जिला अस्पताल में ओपीडी मरीजाें की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
वहीँ जिला अस्पताल में औसतन रोजाना ओपीडी में डेढ़ सौ मरीज पहुंचते हैं, जो अभी वर्तमान में बढ़कर दो से ढाई सौ तक पहुंच रहे हैं। वहीं एमसीएच हास्पिटल में भी तीन सौ से अधिक ओपीडी मरीज पहुंच रहे हैं, इनमें से ज्यादातर मौसमी बीमारी से पीड़ित बताए जा रहे हैं। अच्छी बात यह कि ये मरीज तीन से छह दिन में ठीक भी हो जा रहे हैं, लेकिन वायरल की समस्या एक से दूसरे मरीजों में तेजी से फैल रही है। निजी अस्पतालों में भी मरीज सामने आ रहे हैँ।
खान-पान का भी असर – एमसीएच के एमडी मेडिसीन डॉ. प्रकाश खुंटे ने बताया कि मौसम में उतार-चढ़ाव के दौरान खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। खानपान के कारण भी स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। वर्तमान समय में शादी-ब्याह का सीजन चल रहा है। ऐसे आयोजनों में बनने वाले भोजन की क्वालिटी, समय-बेसमय भोजन करने और अधिक भोजन कर लेने से भी समस्या होती है।
डॉक्टर की सलाह अनुसार ही दवा लें – डॉक्टरों की माने तो वर्तमान में कोरोना वायरस भी चल रहा है। वायरल और कोरोना वायरस में ज्यादा अंतर नहीं है, लेकिन कोरोना के डर से लोग खुद ही बीमारी का इलाज न करें। प्रॉपर डॉक्टर को दिखाने और जांच कराने के बाद भी डॉक्टरों की सलाह पर दवाई लें। नहीं तो इसके गंभीर परिणाम भी सामने आ सकते हैं।
सोर्स :- ” पत्रिका”