• April 30, 2024 10:34 pm

रायपुर, दुर्ग समेत मंडल के 17 स्टेशनों की बदलेगी सूरत, बढ़ेंगी यात्री सुविधाएं

04 फ़रवरी 2023 | केंद्रीय बजट 2023-24 में रेल यात्री सुविधाओं और रेल पटरी इंफ्रास्ट्रक्चर पर अधिक जोर दिया गया है। इस बार 2.41 लाख करोड़ रुपये रेलवे के हिस्से में आया है। छत्तीसगढ़ को 2009-2014 तक 311 करोड़ रुपये का रेल बजट मिलता था। 2023-24 में 19 गुना से अधिक यानी 6,008 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। इससे रायपुर मंडल के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर समेत 17 स्टेशनों का वहां की संस्कृति को दर्शाते हुए बड़े स्तर पर सुंदरीकरण किया जाएगा। यहां यात्री सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आनलाइन पत्रकारवार्ता में इसकी जानकारी दी। रेल मंत्री ने कहा कि रेल परियोजनाओं को पूरा करने जमीन अधिग्रहण में आ रही दिक्कतों को दूर करने में राज्य सरकार सहयोग करे। वर्तमान में 42 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ में चल रहे हैं। इस मौके पर रायपुर रेल मंडल के डीआरएम संजीव कुमार ने बताया कि इस साल का रेल बजट अभूतपूर्व है। देश के 1,275 रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत योजना में शामिल किया गया है। इनमें से बिलासपुर रेलवे जोन के 45 बड़े मध्यम और छोटे स्टेशन भी शामिल हैं।

डीआरएम ने बताया कि रायपुर और बिलासपुर स्टेशन में मल्टीलेवल पार्किंग और यात्री प्रतीक्षालय का निर्माण होगा। वहीं सरोना, उरकुरा, मंदिर हसौद, भानुप्रतापपुर, दल्लीराजहरा, बालोद, चरोदा, भाटापारा, बिल्हा, भिलाई पावर हाउस, तिल्दा नेवरा, भिलाईनगर, निपनिया, भिलाई और हथबंद रेलवे स्टेशनों का 20-20 करोड़ रुपये में सुंदरीकरण का काम मई से शुरू होगा। इन स्टेशनों में यात्री सुविधाओं का विस्तार होगा। इसकी सूची तैयार कर ली गई है। जल्द ही टेंडर निकाला जाएगा।

बिलासपुर से नई दिल्ली के बीच दौड़ेगी वंदे भारत

पिछले रेल बजट में दो वंदे भारत ट्रेन चलाने का ऐलान किया गया था। उसमें से केवल एक ही वंदे भारत दिसंबर 2022 से नागपुर से बिलासपुर के बीच दौड़ रही है, जबकि बिलासपुर से नई दिल्ली के बीच भी यह प्रस्तावित है। डीआरएम ने पत्रकारों के सवाल पर कहा कि कोशिश है कि वंदे भारत जल्द से जल्द दौड़े। कुछ नई ट्रेनें भी मंडल से गुजरेंगी।

धमतरी ब्राडगेज का होगा विस्तार, बस्तर रेल का काम भी बढ़ेगा

डीआरएम संजीव कुमार ने बताया कि धमतरी नैरोगेज को बड़ी लाइन में तब्दील करने का काम तेजी से चल रहा है। इस लाइन का आगे तक विस्तार कर यात्री ट्रेनें चलाने की योजना है। इसे बलोद, गुंडरदेही से जोड़ा जाएगा। 60 करोड़ की लागत रेलवे रिसर्च सेंटर खोला जाएगा। बस्तर रेल परियोजना के रुके काम भी जल्द से जल्द शुरू होंगे।

85 प्रतिशत ट्रेनें समय पर दौड़ रहीं

ज्यादातर यात्री ट्रेनों की लेटलतीफी के सवाल पर डीआरएम ने कहा कि 85 प्रतिशत ट्रेनें वर्तमान में समय पर चल रही हैं। सुधार की गुजाइंश है। कोशिश है कि सौ प्रतिशत ट्रेनें समय पर आवाजाही करें।

सोर्स :-“नईदुनिया”     

 

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