• May 10, 2024 1:19 pm

गुजरात में तीसरी लहर खत्म!-बच्चों से फिर गुलजार होंगे स्कूलों के आंगन, 2 साल से बंद प्री-स्कूल और आंगनबाड़ी 17 फरवरी से खुलेंगे

16 फ़रवरी 2022 | प्रदेशभर में स्कूल-कॉलेज ऑनलाइन विकल्प के साथ ऑफलाइन चालू हो गए हैं। पिछले दो साल से बच्चों के लिए बालमंदिर, प्री-स्कूल में शैक्षणिक कार्य पूरी तरह से बंद हैं। शिक्षामंत्री जीतू वाघाणी ने सोमवार को बताया कि 17 फरवरी से 55 हजार बाल मंदिर और प्री-स्कूल में पढ़ने वाले 25 लाख बच्चों के लिए शैक्षणिक कार्य शुरू करने का निर्णय लिया है। हालांकि यह पूरी तरह से ऑफलाइन होगा या ऑनलाइन का विकल्प होगा, इस पर निर्णय लेना बाकी है।

देश में पहला लॉकडाउन 24 मार्च 2020 से लागू किया गया था। राज्य सरकार ने इससे पहले 15 मार्च को ही स्कूल-कॉलेज बंद करने का निर्णय लिया था। इसके साथ ही बालमंदिर, प्री-स्कूल और स्कूलों-कॉलेजों में शैक्षणिक कार्य बंद कर दिया गया था। अब 17 फरवरी से प्री-स्कूल में शैक्षणिक कार्य शुरू होगा। प्री-स्कूल और आंगनबाड़ी संचालकों को अभिभावकों से सहमति पत्र लेना होगा। साथ ही कोरोना के एसओपी का पालन भी करना होगा। शिक्षा मंत्री ने लॉकडाउन से बच्चों की पढ़ाई को हुए नुकसान के लिए एक्शन प्लान बनाने की घोषणा की थी।

छात्र: बिना भूले मास्क और दूरी का पालन करना होगा
अनिवार्य रूप से मास्क लगाना होगा। बिना मास्क लगाए स्कूल में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। दोस्त, सहपाठी से बातचीत करते समय दूरी बनाए रखनी होगी। स्कूल में प्रवेश करते समय और बाद में समय-समय पर सैनिटाइजर से हाथ साफ करते रहें। शिक्षकों द्वारा दी गई सभी सूचनाओं का पालन करना होगा।

अभिभावक: बच्चों को लाने के बाद भीड़ में खड़े नहीं रहेंगे
बच्चों को स्कूल भेजने के लिए अभिभावकों को हस्ताक्षर के साथ सहमति पत्र देना होगा। बच्चों को स्कूल पहुंचाने के बाद बाहर भीड़ में खड़े नहीं रह सकेंगे। स्कूल आते समय सभी को अनिवार्य रूप से मास्क लगाना होगा। बच्चों को कोरोना की गाइडलाइन से अवगत कराकर स्कूल में उनके पालन करने की जानकारी देनी होगी।

लेकिन… एक्टीविटिज होने से ऑनलाइन की संभावना कम
राज्य सरकार ने बालमंदिर, प्री-स्कूल खोलने की घोषणा कर दी है, पर स्कूलों-कॉलेजों की तरह ऑनलाइन-ऑफलाइन विकल्प देने पर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। प्री-स्कूलों में एक्टीविटिज होने से ऑनलाइन विकल्प देने का कोई मतलब नहीं है। सचिवालय के सूत्रों का कहना है कि अगले एक-दो दिनों में इस पर निर्णय लिया जाएगा।

नए केसों के मुकाबले दोगुने रोगी ठीक
नए केस के मुकाबले सोमवार को दोगुने मरीज ठीक हुए। पिछले 24 घंटे में 2570 मरीज डिस्चार्ज किए गए। राज्य का रिकवरी रेट बढ़कर 98.07 फीसदी हो गया है। एक्टिव केस की बात करें तो राज्य में फिलहाल 12 हजार 667 एक्टिव केस हैं, जिनमें से 84 मरीज वेंटिलेटर पर हैं, जबकि 12 हजार 583 मरीजों की हालत स्थिर है।

Source;-“दैनिक भास्कर”

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