• May 7, 2024 9:12 pm

कॉलेजों में 6 मार्च से शुरू होंगी यूजी की प्रैक्टिकल परीक्षाएं

04 मार्च 2023 | हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने स्नातक डिग्री कोर्स बीए, बीएससी, बीकॉम के अप्रैल मई-2023 सत्र प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष की प्रैक्टिकल परीक्षाओं का शेड्यूल जारी कर दिया है। छह मार्च से कॉलेजों में यह परीक्षाएं शुरू होगी। इसके लिए कॉलेज प्राचार्य लैब और एग्जामिनर की उपलब्धता और छात्रों की संख्या को ध्यान में रखकर अपने स्तर पर शेड्यूल तय कर परीक्षाएं करवाएंगे।

विश्वविद्यालय की परीक्षा विंग की ओर से इस संदर्भ में सभी संबद्ध कॉलेज प्राचार्य और केंद्र अधीक्षकों को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसमें कहा गया है कि प्रैक्टिकल का शेड्यूल कॉलेज स्तर पर ही तय किया जाएगा। विवि ने साफ किया है कि विवि के आर्डिनेंस के अनुसार सीसीए और इंटरनल असेसमेंट में पास छात्रों को ही विवि की ओर से यूजी परीक्षा के लिए ऑनलाइन रोलनंबर जनरेट होगा।

आदेशों में कहा गया है कि कॉलेज प्राचार्य और केंद्र अधीक्षकों को अपने स्तर पर ही परीक्षा के लिए एग्जामिनर की व्यवस्था करनी होगी, इसकी सूचना ऑनलाइन विवि को देनी होगी। प्रैक्टिकल परीक्षाओं के अवार्ड, छात्रों की उपस्थिति के ब्योरे के साथ कॉलेज प्राचार्य और संस्थान मुखिया को अपलोड और विवि को भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। अवार्ड की हार्ड कॉपी विवि को सील्ड कवर में भेजनी होगी। इसमें प्रैक्टिकल परीक्षाओं में छात्रों की उपस्थिति भी देनी होगी। ब्यूरो

एचपीयू के विभागों को 31 मार्च तक दें रूसा अनुदान के उपयोगिता प्रमाण पत्र : प्रो. ज्योति
हिमाचल प्रदेश विख्श्वविद्यालय के प्रतिकुलपति प्रो. ज्योति प्रकाश ने सभी विभागाध्यक्षों और संस्थान के निदेशकों को रूसा-दो में जारी दस करोड़ के अनुदान के उपयोगिता प्रमाण पत्र को 31 मार्च तक जमा करवाने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को रूसा अनुदान को खर्च कर किए गए कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रो. ज्योति प्रकाश ने विभागाध्यक्षों से कहा कि 2020-21 में विवि को मिले दस करोड़ के रूसा अनुदान आवंटित राशि में 60 फीसदी कार्यों के उपयोगिता प्रमाण पत्र ही अधिष्ठाता योजना और शिक्षक मामले कार्यालय में जमा किए गए हैं।

शेष कार्यों के प्रमाण पत्र 31 मार्च तक मिलने के बाद ही अनुदान की अगली किश्त जारी हो सकेगी। इसलिए विभाग हर लाल में इस कार्य को पूरा करें। बैठक में डीन प्लानिंग प्रो. अरविंद कुमार भट्ट और विवि के योजना एवं विकास अधिकारी तेज राम शर्मा सहित विभागाध्यक्ष और निदेशक शामिल हुए। विभागाध्यक्षों ने अपने अपने विभागों में अब तक अनुदान की राशि से हुए कार्यों का ब्यौरा पेश किया, वहीं उपयोगिता प्रमाण पत्र जारी करने और अब तक जारी बजट को खर्च न कर पाने में पेश आ रही समस्याओं पर भी चर्चा की गई।

डीन प्लानिंग प्रो. अरविंद भट्ट ने कहा कि 2020-20 में जारी दस करोड़ के अनुदान से विभागों में लैब के निर्माण, मुख्य पुस्तकालय में फर्नीचर खरीद, विवि की परीक्षा विंग के डिजिटाइजेशन, परीक्षा विंग में कर्मचारियों के बैठेने की व्यवस्था में सुधार करने सहित कई ढांचागत विकास कार्यों पर खर्च किया गया है। इसके अलावा कुछ विभागों में रैंप आदि के बनाने पर भी बजट खर्च हआ है। उन्होंने कहा कि पिछले जारी अनुदान की राशि के 75 फीसदी खर्च करने के उपयोगगिता प्रमण पत्र मिलने पर ही अगली किश्त यूजीसी से जारी होगी। नोडल अधिकारी निदेशक उच्च शिक्षा के माध्यम से 31 मार्च तक जमा करवाया जाना है।सोर्स :-“अमर उजाला ”                         

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *