• May 19, 2024 5:02 pm

बेरोजगारों ने किया पीसीसी कार्यालय का घेराव, जानिए उपेन यादव की मांगें  

16 जून 2022 | राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ ने आज अपनी विभिन्न मांगों को लेकर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय का घेराव किया। बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार कांग्रेस कार्यालय के बाहर विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे हुए है। पुलिस ने युवाओं को खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग भी किया। कुछ युवाओं पर लाठीचार्ज किया गया है। महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि युवाओं पर लाठीचार्ज करवाना कांग्रेस सरकार की तानाशाही को दर्शाता है। उपेन यादव ने कहा कि साल 2018 में बेरोजगारों ने कांग्रेस को चुनावों में समर्थन दिया था। आज उसी कांग्रेस कार्यालय के बाहर हम लोग शांतिपूर्ण धरने पर बैठे हैं। उपेन यादव ने कहा कि 4 दिन से चल रहे धरने को लेकर हमारा संघर्ष जारी रहेगा। युवा बेरोजगार को पुलिस ने लाठियों से पीटा है, लेकिन हम अपना हक लेकर ही रहेंगे। 

उपेन यादव की चार सूत्रीय मांगे 

उपेन यादव का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा पहले बजट में 6000 पदों पर टेक्निकल हेल्पर भर्ती निकालने की घोषणा की थी लेकिन हाल ही में राज्य सरकार द्वारा 1512 पदों पर भर्ती की जा रही है। इसलिए राज्य सरकार अपने बजट घोषणा को जल्द पूरा करें। और टेक्निकल हेल्पर भर्ती में 6000 पद किए जाए। पंचायती राज JEN भर्ती बजट घोषणा के अनुसार 2100 पदों के साथ 539 पदों को जोड़ते हुए जल्द से जल्द विज्ञप्ती जारी की जाए और लिखित परीक्षा के माध्यम भर्ती परीक्षा आयोजित की जाए। जूनियर अकाउंटेंट भर्ती को CET से बाहर किया जाए। जल्द से जल्द विज्ञप्ति जारी करके परीक्षा तिथि की घोषणा की जाए।  प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में प्रदेश के बेरोजगारों को प्राथमिकता दी जाए और बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों के ऊपर रोकथाम लगाई जाए। 

23 मई को भी किया था शांतिपूर्ण प्रदर्शन 

उल्लेखनीय है कि राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के बैनल तले कल 23 मई को राजधानी जयपुर में बेरोजगार आक्रोश महारैली निकाली थी। उपेन यादव ने बताया कि महारैली से पहले शहीद स्मारक पर एक बड़ा धरना प्रदर्शन किया गया था। इसके बाद बेरोजगार आक्रोश महारैली के रूप में शहीद स्मारक से रवाना होकर अलग-अलग रास्तों से सिविल लाइंस फाटक तक पहुंची थी।उपेन ने कहा कि आंदोलन इतना बड़ा होना चाहिए कि सरकार के प्रतिनिधि हमारे पास आएं और हर बेरोजगारों की मांग को सुनें।

सोर्स;-“हिंदुस्तान”  

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