रायपुर। भारतीय जनता पार्टी की नव गठित RTI प्रकोष्ठ की महत्वपूर्ण वर्चुअल बैठक प्रदेश संयोजक डॉ. विजय शंकर मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित हुई जिसमें प्रदेश संयोजक का कार्य बाँटने और अधिक गुणवत्तापूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन करने के उद्देश से छत्तीसगढ़ के 29 जिलों को जिला प्रभारी की नियुक्ति के साथ 5 संभागों में बाँट कर संभाग स्तर के प्रभारियोँ की नियुक्ति की गई एवं उनके दायित्व का बोध कराया गया। प्रदेश संयोजक डॉ. विजय शंकर मिश्रा ने मीटिंग को संबोधित कर सभी 29 जिलों में लॉकडाऊन खत्म होते ही 2 माह में जनता से हित के कुछ ऐसे विषय जो प्रदेश प्रमुखों ने निर्देशित किये हैं। उनकी RTI लगाकर सूचना एकत्र करने के सभी जिला संयोजकों को निर्देश दिए साथ ही प्रदेश स्तरीय गठित वरिष्ठ अधिवक्ताओं की सलाह के साथ किसी भी सूचना देने से विभाग की आनाकानी या किसी अधिकारी या व्यक्ति के दबाव होने पर RTI प्रकोष्ठ के विद्वान अधिवक्ता जन से पूर्ण संरक्षण एवं सहयोग मिलने की बात बताई ।
वर्तमान में सरकार के ढाई वर्ष के शासन काल में हर तरफ बंद काम और प्रदेश स्तर के टेंडर संविदाओं में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मत होकर एक ही महत्वपूर्ण विषय की सभी जिलों से एक साथ RTI प्रकरण लगाकर सरकार पर दबाव बनाना एवं जनता के मुद्दे को जनता के बीच अपने वरिष्ठों के माध्यम से पोलखोल करने का विषय रखा ।
भाजपा का RTI प्रकोष्ठ के पहले गठन पर उत्कृष्ठ कार्य कर आक्रामक विपक्ष में हमारे प्रकोष्ठ की महत्ता को चिन्हाकित किया गया ।
उक्त वर्चुअल बैठक में प्रदेश संयोजक डॉ. विजयशंकर मिश्रा के साथ सह संयोजक संजय कोपलवार, मीडिया प्रभारी जयराम दुबे, कास अग्रवाल, आलोक दुबे, अम्बिकापुर से मनीष श्रीवास्तव, प्रदीप मिश्रा, ओपी साहू, मंजुल मयंक श्रीवास्तव, राकेश जैन, पेशिराम जायसवाल, जवाहर दुबे, प्रीतम सिन्हा, अनिलेश खरे, नरेश साहू, एम. के. दुबे, दुर्गेश जोशी, लोकेश दिवान आदि सम्मलित हुए